35.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

11 शिक्षकों को राजकीय पुरस्कार

पटना. राज्य के दो नियोजित समेत 11 शिक्षक-शिक्षिकाओं को राजकीय पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा. शिक्षा विभाग ने राजकीय पुरस्कार के लिए शिक्षकों के नाम का एलान कर दिया है. हाइ व प्लस टू स्कूलों के चार शिक्षक और प्राथमिक व मध्य विद्यालय के सात शिक्षकों को यह सम्मान दिया जायेगा. पांच सितंबर को सर्वपल्ली […]

पटना. राज्य के दो नियोजित समेत 11 शिक्षक-शिक्षिकाओं को राजकीय पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा. शिक्षा विभाग ने राजकीय पुरस्कार के लिए शिक्षकों के नाम का एलान कर दिया है. हाइ व प्लस टू स्कूलों के चार शिक्षक और प्राथमिक व मध्य विद्यालय के सात शिक्षकों को यह सम्मान दिया जायेगा.
पांच सितंबर को सर्वपल्ली राधाकृष्ण की जयंती के अवसर पर उन्हें सम्मानित किया जायेगा. पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में समारोह आयोजित कर शिक्षकों को उनके उत्कृष्ट काम के लिए सम्मानित किया जायेगा. सम्मानित होने वाले 11 शिक्षकों में पांच महिला शिक्षक भी शामिल हैं. पांच में से दो महिला शिक्षिकाएं हाइ व प्लस टू स्कूल की हैं, जबकि तीन मध्य व प्राथमिक स्कूल की हैं. इस साल दो नियोजित शिक्षिकाओं को यह सम्मान मिलेगा, जबकि पिछले साल एक ही नियोजित शिक्षिका को राजकीय पुरस्कार मिला था. सम्मान के रूप में शिक्षकों को 15 हजार की पुरस्कार राशि, प्रशस्ति पत्र और शॉल दिया जायेगा. उम्मीद की जा रही है कि पुरस्कार राशि में अंतिम क्षणों में बढ़ोतरी कर दी जाये, क्योंकि राष्ट्रपति पुरस्कार की राशि 25 हजार से बढ़ा कर 50 हजार कर दी गयी है.
हाइ व प्लस टू स्कूल
डा. जगदीश प्रसाद गुप्ता, प्रधानाध्यपाक, प्लस टू सर्वोदय उच्च विद्यालय गंगासारग, दरभंगा
डा. नथुनी पांडेय, सहायक शिक्षक, राम प्यारी स्मारक प्लस टू विद्यालय, सिकरहट्टा, भोजपुर
डा. मीना कुमारी, सहायक शिक्षिका, श्री दारोगा प्रसाद राय प्लस टू स्कूल, सरिस्ताबाद, पटना
डा. सोनी कुमारी, नियोजित शिक्षिका, बिहार विद्यापीठ स्वावलंबन उच्च विद्यालय सदाकत आश्राम, पटना
प्राथमिक व मध्य विद्यालय :-
प्राण मोहन झा, प्रभारी प्रधानाध्यपाक, मध्य विद्यालय महेंद्रपुर, पूर्णिया
राम नरेश प्रसाद ठाकुर, प्रभारी प्रधानाध्यपक, आदर्श मध्य विद्यालय रेपुरा, मधुवन, मुजफ्फरपुर
विनय कुमार दूबे, सहायक शिक्षक, उत्क्रमित कन्या मध्य विद्यालय औली, रिविलगंज, सारण
मो. नुरुद्दीन, प्रधानाध्यापक, आदर्श मध्य विद्यालय, सुरसंड बाजार, सीतामढ़ी
डा. उत्तमा केशरी, प्रभारी प्रधानाध्यापिका, मध्य विद्यालय हेमनगर बनमनखी, पूर्णिया
बरखा रानी, नियोजित पंचायत शिक्षिका, प्राथमिक विद्यालय मठटोला परोहा, डुमरा,सीतामढ़ी
कृष्णा उपाध्याय, प्रधानाध्यापिका, राजकीय कन्या मध्य विद्यालय, घोसासाहन, पूर्वी चंपारण
अभिभावक का दूसरा नाम है गुरू
राज्य पुरस्कार के लिए चयनित डाॅ मीना कुमारी कहती हैं कि बच्चों की पहली पाठशाला उसका घर होता है. जहां माता-पिता बच्चों को संस्कार की शिक्षा देते हैं. इसके बाद उसे ज्ञान की शिक्षा लेने विद्यालय भेजते हैं. ऐसे में शिक्षक, बच्चे के दूसरे अभिभावक के रूप में उसे सही मार्गदर्शन देकर शिक्षित करते हैं. बच्चे भी कच्ची मिट‌्टी के घड़े के अनुसार शिक्षक के बताये मार्गों को अपना कर आगे बढ़ते है. ऐसे में शिक्षक किसी एक बच्चे की नहीं हजारों बच्चों की मां, गुरु और मार्गदर्शिका होती हैं, जो उसे समाज के लायक बनाती है. ऐसे में राज्य पुरस्कार मेरे जैसे कई माताओं और गुरु का सम्मान है, जो अनगिनत बच्चों की मां है.
सहायक शिक्षिका, दारोगा प्रसाद राय प्लस टू उच्च विद्यालय, सरिस्ताबाद
सांस्कृतिक कार्यक्रमों से होता है बच्चों का विकास
शिक्षा के अलावा विभिन्न कार्यों में योगदान देनेवाली शिक्षिका डाॅ सोनी कुमारी ने बताया कि यदि शिक्षक अच्छे होंगे, तो बच्चे भी अच्छे होंगे. शिक्षक का काम बच्चों को न केवल किताबी ज्ञान देना है, बल्कि उसे नैतिक शिक्षा से भी जोड़ना है. कई बार बच्चों को स्कूल में पढ़ाने के अलावा उन्हें सांस्कृतिक कार्यक्रमों से भी जोड़ती हूं. इससे उनके व्यक्तिव का विकास होता है.
नियोजित शिक्षिका, बिहार विद्यापीठ स्वावलंबन उच्च विद्यालय, सदाकत आश्रम

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें