हालांकि, जांच कब की जायेगी, इसकी तिथि नहीं बतायी गयी है. लेकिन, मामले की जांच सिविल सर्जन रामाशंकर तिवारी व डेहरी अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ)संयुक्त रूप से करेंगे. उल्लेखनीय है कि नाव हादसे के बाद घायलों को डेहरी के अनुमंडलीय अस्पताल में भरती कराया गया था. इस दौरान घायलों के परजिनों ने चिकित्साकर्मियों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया था. इस मामले में उक्त लोगों ने रोड जाम किया था. उनका कहना था कि अस्पताल में पीड़ितों को अगर ऑक्सीजन लगायी गयी होती, तो घायल महिलाओं की जान नहीं जाती. उन्होंने आरोप लगाया कि दम घुटने से भी कुछ महिलाओं की मौत हो गयी.
उन्होंने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की थी. इस पर संज्ञान लेते हुए डीएम ने जांच का निर्देश दिया है. डीएम ने बताया कि मामले के जांच प्रतिवेदन प्राप्त होने के बाद दोषी लोगों के विरु द्ध कार्रवाई की जायेगी.