आचार्य जेबी कृपलानी रहने वाले तो हैदराबाद के थे, लेकिन उन्होंने बिहार को अपना कार्यक्षेत्र बनाया था. वह गांधी जी के काफी निकट थे और मुजफ्फरपुर के एक कॉलेज में अध्यापक थे. समाजवादी विचारों के श्री कृपलानी ने किसान मजदूर प्रजा पार्टी का गठन किया था. 1955 में हुए उप चुनाव में उन्हें जीत मिली थी. तब भागलपुर सह पूर्णिया संसदीय क्षेत्र था, जिसमें आज के मधेपुरा व सहरसा जिले का हिस्सा भी आता था.
यहां से दो प्रतिनिधि चुनाव जीतते थे- एक सामान्य सीट से और दूसरे सुरक्षित सीट से. 1952 में हुए पहले आम चुनाव में सामान्य सीट से कांग्रेस के अनूप लाल मेहता चुने गये और सुरक्षित सीट से सोशलिस्ट पार्टी के किराई मुसहर जीते. अनूप लाल मेहता के निर्वाचन को कोर्ट में चुनौती दी गयी. कोर्ट ने उनका निर्वाचन रद्द कर दिया. फिर 1955 में उप चुनाव हुआ. इसमें जेबी कृपलानी सामान्य सीट से जीते. इसके पहले 1952 का चुनाव श्री कृपलानी हार चुके थे.श्री कृपलानी की पत्नी सुचेता कृपलानी यूपी की मुख्यमंत्री भी थीं और अपनी सादगी के लिए जानी जाती थीं.