पटना. हिंदुस्तानी अवाम मोरचा सेकुलर के प्रदेश अध्यक्ष शकुनी चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विकास पुरुष नहीं हैं. सच्चई यह है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा 2001 में ही मिल जाता. उस समय तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वायपेयी ने बिहार को विशेष राज्य के दज्रे के लिए एक समिति का गठन किया था और नीतीश कुमार को निर्देश दिया था कि वो इसकी बैठक कर प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजे. नीतीश कुमार ने उस समिति की एक भी बैठक नहीं की.
इसकी वजह से बिहार विशेष राज्य के दज्रे से महरूम हो गया. नीतीश कुमार ने चार साल पहले कहा था कि जो भी पार्टी उन्हें विशेष राज्य का दर्जा देगी वह उसके साथ चले जायेंगे. यह अजीब विडंबना है कि जिस कांग्रेस ने हमेशा बिहार के साथ हकमारी कि लूट खसोट का राज चलाया उसी की गोद में जा कर बैठ गये. शकुनी चौधरी ने नीतीश कुमार से पूछा है कि कांग्रेस जो भ्रष्टाचार की जननी है किस मुंह से उनके साथ चले गये. जब लालू आतंक राज व जंगल राज के प्रतीक थे तो फिर क्यों जंगल राज के राजा के साथ दोस्ती कर ली. आने वाले समय में जनता आपको माफ नहीं करेगी और इतिहास के पन्नों में काले अक्षरों में लिखा जायेगा. प्रेस कांफ्रेंस में पूर्व मंत्री महाचंद्र सिंह, देवेंद्र प्रसाद यादव, दानिश रिजवान, विजय यादव, इरशाद खान मौजूद थे.