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जदयू विधानमंडल दल की बैठक, नीतीश बोले सदन में किसी भी मुद्दे पर सरकार बहस को तैयार
पटना : बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र में सरकार ने विपक्ष के सवालों और हमलों का जवाब देने के रणनीति तैयार कर ली है. सोमवार की देर शाम 7, सकरुलर रोड स्थित मुख्यमंत्री नीतीश के आवास पर जदयू विधान मंडल दल की बैठक में सभी सदस्यों को सदन में मुस्तैदी से रहने की हिदायत दी […]
पटना : बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र में सरकार ने विपक्ष के सवालों और हमलों का जवाब देने के रणनीति तैयार कर ली है. सोमवार की देर शाम 7, सकरुलर रोड स्थित मुख्यमंत्री नीतीश के आवास पर जदयू विधान मंडल दल की बैठक में सभी सदस्यों को सदन में मुस्तैदी से रहने की हिदायत दी गयी. सरकार के मंत्रियों को सवालों का सटीक जवाब देने और पूरी तैयारी के साथ आने को कहा गया.
सरकार विपक्ष को कोई मौका नहीं देगी, ताकि वे सरकार को घेर सकें. हर मुद्दे पर विपक्ष को मुंह तोड़ जवाब दिया जायेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष जिस मुद्दे पर बहस चाहता है सरकार तैयार है. विपक्ष पहले मुद्दा तो बताये. लेकिन केंद्र द्वारा कटौती गयी गयी इंदिरा आवास, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना समेत केंद्रीय प्रायोजित योजनाओं में जिस प्रकार कटौती की गयी है उस पर विशेष बहस होनी चाहिए.
पहले जहां 75-25 प्रतिशत केंद्र और राज्य का अंशदान होता था, लेकिन अब उसे 50-50 कर दिया गया है. इस पर बहस होनी चाहिए. इसके पहले संसदीय कार्य मंत्री और पार्टी के मुख्य सचेतक श्रवण कुमार ने जदयू विधानमंडल दल की बैठक की शुरुआत की. बैठक में जदयू ने नवनिर्वाचित पांच विधान पार्षदों ने भी भाग लिया.
उनका स्वागत किया गया. विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि विपक्ष मॉनसून सत्र बढ़ाने की बात कर रहा है. जितना बिजनेस है उसके लिए यह पर्याप्त समय है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा अब विशेष पैकेज का रूप ले लिया है. इसकी घोषणा भी प्रधानमंत्री अपने पार्टी फोरम और रैली में करेंगे.
प्रधानमंत्री पिछले दिनों बिहार आये थे. वे फिर कह रहे थे कि उनके आगे से भोजन की थाली खींच ली गयी थी. अगर हमने भोजन की थाली खींच ली थी और इतना ही कष्ट हुआ था तो फिर नवंबर 2010 का चुनाव साथ में क्यों लड़ें, अलग क्यों नहीं हो गये? बार-बार वे जातिवाद सम्मेलन और डीएनए पर सवाल उठाते हैं. सबसे ज्यादा जातिवादी तो भाजपा के लोग हैं. लगातार जातिवादी सम्मेलन भाजपा कर रही है. बिहार में जंगलराज की बात करते हैं, लेकिन 2002 में गुजरात में कौन सा मंगल राज था, क्यों नहीं बताते हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के लोग लगातार जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री पद हटाने पर सवाल उठाते रहते हैं. इनके यहां भी तो ऐसा हो चुका है. केशु भाई पटेल को हटा कर ही नरेंद्र मोदी को गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया गया था. इस काम में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने उनका साथ दिया था, लेकिन आज उन्हें ही किनारे का रास्ता दिखा दिया गया है.
मध्य प्रदेश में उमा भारती को हटा कर बाबू लाल गौड़ को मुख्यमंत्री बनाया गया था. नीतीश कुमार ने कहा कि लोकसभा में तो अबकी बार मोदी सरकार और वादों के जरिये झांसा देकर वोट ले गये, लेकिन विधानसभा चुनाव में परिवर्तन की बात कर रहे हैं.
क्या और किस का परिवर्तन करना चाहते हैं? जो कानून का राज स्थापित किया गया है उसे हटाना चाहते हैं, जो सड़कें बनी है उसे तोड़ना चाहते हैं, जो लड़कियां साइकिल चला कर स्कूल जा रही हैं उन्हें घर से निकलना बंद करवाना चाहते हैं? पता नहीं क्या परिवर्तन करना चाहते हैं.
बिहार विकास की पटरी पर है और वह अपनी मंजिल की ओर बढ़ रहा है. केंद्र सरकार द्वारा कुछ रुकावटे जरूर पहुंचायी जा रही है, लेकिन बिहार तेजी से विकास करेगा. खबर दोबारा पढ़ी गयी है.
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