पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 25 जुलाई को होने वाली प्रदेश यात्रा के दौरान नई योजनाओं की घोषणा की आशा नहीं है, फिर भी हम उनका स्वागत करेंगे. नीतीश ने आज यहां 162 करोड़ रुपये की लागत से बने 2.27 किलोमीटर लंबे फुटओवर ब्रिज का उद्घाटन करते समय कहा, हालांकि प्रधानमंत्री की बिहार यात्रा के दौरान जिस पैकेज की घोषणा की बात हो रही है, उसमें नई योजनाओं की घोषणा होने की संभावना कम और पुराने कार्यक्रमों के पैकेजिंग की संभावना ज्यादा है. लेकिन हम उनका स्वागत करेंगे.
मोदी के धुर विरोधी रहे नीतीश ने कहा, अतिथि सत्कार की बिहार में परंपरा रही है. उसका पालन 25 जुलाई को प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान किया जाएगा.
उन्होंने प्रधानमंत्री और भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा कि किसी को कुछ देने के लिए बड़ा दिल होना चाहिए. नीतीश ने कहा कि भाजपा सभी योजनाओं, फिर उन्हें प्रधानमंत्री ने शुरु किया हो या पूर्ववर्ती सरकार ने, का श्रेय वह मोदी को ही दे रही है.
उन्होंने प्रधानमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा, काम किसी और का नाम किसी और का. आआईटी बिहटा का नया कैंपस जिसका उदघाटन प्रधानमंत्री द्वारा किए जाने की संभावना है वह मेरे प्रयासों के कारण संभव हो पाया है. मैंने ही तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर दबाव डालकर उसे दक्षिण भारत के बजाए बिहार में खोले जाने को राजी किया था तथा उसके लिए राज्य सरकार ने 500 एकड जमीन उपलब्ध करायी.
नीतीश ने कहा कि इसी प्रकार से जगदीशपुर से हल्दिया गैस पाईपलाईन जिसकी शुरुआत प्रधानमंत्री अपनी यात्रा के दौरान संभवत: करेंगे उसे मंजूरी तीन साल पूर्व केंद्र की पिछली संप्रग सरकार के दौरान दे दी गयी थी. उन्होंने कहा कि इसी प्रकार से दनियावां-बिहारशरीफ रेल लाईन जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री द्वारा किए जाने की संभावना है वह भी उनके ही प्रयास का नतीजा है. नीतीश ने केंद्र सरकार से राष्ट्रीय राजमार्गों की मरम्मती के लिए प्रयाप्त राशि दिए जाने की मांग की. इस अवसर पर नीतीश ने आगामी 27 जुलाई को अपनी सरकार का रिपोर्ट कार्ड जारी करने की घोषणा की.