सासाराम : पाकिस्तान के लाहौर जेल रिहा कैदी खुशबू उर्फ टुनटुन पासवान कल बिहार के रोहतास जिला के बघेला गांव स्थित अपने घर पहुंच गया. पुलिस अधीक्षक विकास वर्मन ने बताया कि 15 जून 2012 को पाकिस्तान के लाहौर जेल से रिहा खुशबू उर्फ टुनटुन पासवान (40) को पंजाब के अमृतसर जिला पुलिस के अवर निरीक्षक सरसेन सिंह अपने साथ लेकर कल बघेला गांव स्थित उसके घर पहुंचे.
2003 में मारपीट के एक मामले में गिरफ्तार पासवान सासाराम जेल से छूटने के बाद अपने घर नहीं लौटा और वह आजीविका की तलाश में अमृतसर चला गया. अपने पति के लंबे समय तक घर नहीं लौटने और उसके जिंदा होने की उम्मीद छोड़कर पासवान की पत्नी माया ने उसके छोटे भाई उपेंद्र पासवान से शादी कर ली थी. उपेंद्र की पिछले वर्ष 10 मार्च को अचानक मौत हो गयी. पासवान ने बताया कि अमृतसर पहुंचने पर वह रास्ता भटक गया और उसे चरस की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर लाहौर जेल में बंद कर दिया गया. पासवान का कहना है कि उसपर जासूसी का आरोप लगाकर लौहार जेल में दी गयी प्रताड़ना के कारण उसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया.
करीब नौ वर्ष लौहार जेल में रहे पासवान को गत वर्ष 15 जून को जेल से रिहा होने पर पाकिस्तान पुलिस ने अमृतसर पुलिस के हवाले कर दिया था जहां उसे इलाज के लिए रेडक्रास सोसाईटी में भर्ती कराया गया था. दिमागी हालत ठीक होने पर पासवान द्वारा अपने पैतृक स्थान के बारे में बताने पर उसे अमृतसर से उसके गांव लाया गया. अपने बेटे के सकुशल घर लौटने पर टुनटुन पासवान के पिता राम बचन पासवान और उनकी माता राम दुलारो देवी खुशी का इजहार करते हुए बताया कि उन्हें इसबात की जानकारी नहीं थी कि उनका बेटा जिंदा है और वह पाकिस्तान के लाहौर जेल बंद था.