Advertisement
गिरिराज के बयान पर शरद बोले, पीएम, सीएम को जाति में न बांधें
पटना : जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने केंद्रीय राज्य मंत्री गिरिराज सिंह के सवर्ण मुख्यमंत्री को लेकर दिये गये बयान की निंदा की है. शरद ने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की जाति नहीं होती. उन्हें जाति के बंधन में बांधना भी नहीं चाहिए. भाजपा पर हमला करते हुए जदयू अध्यक्ष ने कहा […]
पटना : जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने केंद्रीय राज्य मंत्री गिरिराज सिंह के सवर्ण मुख्यमंत्री को लेकर दिये गये बयान की निंदा की है. शरद ने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की जाति नहीं होती. उन्हें जाति के बंधन में बांधना भी नहीं चाहिए. भाजपा पर हमला करते हुए जदयू अध्यक्ष ने कहा कि वह लोगों को भरमा रही है.
प्रधानमंत्री हो या फिर कोई मुख्यमंत्री, उनकी कोई जात नहीं होती. इन पदों की संवैधानिक मर्यादा होती है. ऐसे में इन पदों पर जो लोग हैं या जो होंगे उन्हें किसी जाति विशेष का कह कर पद की गरिमा को ठेस पहुंचायी जाती है. प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री सभी के लिए होते हैं न कि किसी खास जाति के लिए. केंद्र के किसी मंत्री से इस तरह के बयान की उम्मीद नहीं की जा सकती है.
शरद ने कहा कि वह 26 जुलाई को जाति जनगणना के आंकड़े सार्वजनिक करने के सवाल पर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के उपवास कार्यक्रम में शामिल होंगे. जब जदयू-राजद एक गंठबंधन में है तो इसकी मजबूती के लिए यह आवश्यक है. एक दूसरे के आंदोलन में भाग लेने से हमारा गंठबंधन और मजबूत होगा.
उन्होंने लालू प्रसाद के टमटम अभियान की भी तारीफ की. लालू जी का टमटम अभियान काबिले तारीफ है. चुनावी संस्कृति को टमटम पर प्रचार अभियान बचायेगा. नहीं तो कुछ लोग परिवर्तन रथ निकाल रहे हैं और रुपयों से भरी थैली लेकर चुनाव की संस्कृति को बिगाड़ रहे हैं. हमें ऐसे लोगों से कोई प्रतिस्पर्धा नहीं करनी है. हमारा जो पुराना तरीका है उस पर ही हमें काम करना है.
मुख्यमंत्री बनने के लिए अगड़ा पिछड़ा का सवाल नहीं : वशिष्ठ
पटना : केंद्रीय राज्य मंत्री गिरिराज सिंह के बयान पर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में यह कहना ही गलत है कि इस जाति का मुख्यमंत्री बन सकता है, उस जाति का मुख्यमंत्री नहीं बन सकता है. मुख्यमंत्री बनने के लिए अगड़ा-पिछड़ा का कोई सवाल नहीं है.
मुख्यमंत्री का चयन समय परिस्थिति के आधार पर होता है. उन्होंने कहा कि कोई भी मुख्यमंत्री राज्य का होता है और राज्य के लिए काम करता है, उसे जाति विशेष से नहीं बांधा जा सकता है. किसी भी प्रतिनिधि का मुख्यमंत्री के रूप में चयन जात के आधार पर नहीं बल्कि उसके किये काम के आधार पर, विधानसभा में बहुमत के आधार पर, समाज में छवि के आधार पर व उसके ट्रैक रिकार्ड के आधार पर किया जाता है.
अंदरूनी तथ्यों को छुपा रहे गिरिराज : नीरज
पटना : केंद्रीय गृह राज्य मंत्री गिरिराज सिंह के बयान कि ‘सवर्ण मुख्यमंत्री नहीं बन सकता है’ पर जदयू के प्रवक्ता सह विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा कि आखिर सवर्ण की अयोग्यता का कारण क्या है?
क्या सवर्ण आगामी विधानसभा चुनाव में भी ढोल पिटवा कर रहेंगे. सच तो यह है कि गिरिराज सिंह भाजपा की राजनीति की अंदरूनी तथ्यों को छुपा रहे हैं. चुनाव के लिए भाजपा और उनके कुनबे के पास मुख्यमंत्री का उम्मीदवार नहीं है.
ऐसी स्थिति में वोट लेने के बाद भूल जाने की कार्यनीति की वजह से सवर्णो को मुख्यमंत्री नहीं बनाया जा सकता है कि बात की जा रही है. उन्हें बताना चाहिए कि 25 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित दौरे के पहले सवर्ण मुख्यमंत्री के उम्मीदवार नहीं हो सकते. यह एक सोची समझी साजिश है.
लोकसभा चुनाव के समय मुजफ्फरपुर की सभा में नरेंद्र मोदी ने सवर्णो को मंच पर चढ़ने नहीं दिया था. क्या ऐसी राजनीतिक घटना की पुनरावृत्ति की आशंका के चलते सवर्णो की राजनीतिक योग्यता व क्षमता पर सवाल उठाया जा रहा है? लोकसभा चुनाव में सवर्णो का वोट एक मुश्त भाजपा ने ले लिया और जब काम निकल गया तो क्यों भूल गये.
भाजपा का अंदरूनी मामला : डॉ रघुवंश
पटना. राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री डा रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि भाजपा का मुख्यमंत्री कौन होगा यह उस पार्टी का आंतरिक मामला है. गिरिराज सिंह बयान पर उन्होंने कहा कि यह भाजपा का अंदर का कलह है. इससे किसी दल को कोई वास्ता नहीं है.भाजपा यह तो बतावे कि यह बात कहने की उसको जरूरत क्यों पड़ी.
किसी भी जात का नेता हो सकता है सीएम : वृशिण
पटना : हिंदुस्तानी अवाम मोरचा (सेक्यूलर) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री वृशिण पटेल ने कहा है कि किसी जाति के नेता मुख्यमंत्री हो सकते हैं. किसी पार्टी में कोई भी जाति के नेता हैं वे भी मुख्यमंत्री बनने की चाहत रखते हैं. मुख्यमंत्री का चयन बहुमत आने के बाद विधायक दल की बैठक में किया जाता है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement