17.5 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

आइ बैंक को ‘रोशनी’ की दरकार

पटना: लोगों के बीच जागरूकता और प्रचार-प्रसार की कमी के कारण इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में स्थापित बिहार का दूसरा आइ बैंक बंद होने की कगार पर है. स्थापना के 10 माह बाद भी यह बैंक एक वोलेंटरी आइ डोनेशन के लिए तरस रहा है. अभी तक मात्र एक डॉक्टर के पिता ने वोलेंटरी डोनेशन […]

पटना: लोगों के बीच जागरूकता और प्रचार-प्रसार की कमी के कारण इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में स्थापित बिहार का दूसरा आइ बैंक बंद होने की कगार पर है. स्थापना के 10 माह बाद भी यह बैंक एक वोलेंटरी आइ डोनेशन के लिए तरस रहा है. अभी तक मात्र एक डॉक्टर के पिता ने वोलेंटरी डोनेशन किया है और उसकी मदद से एक व्यक्ति को रोशनी मिल चुकी है.

डॉक्टरों के मुताबिक आइ बैंक के खुले रहने के लिए वोलेंटरी डोनेशन बहुत जरूरी है. हालांकि आइ बैंक खुलने के बाद 197 से अधिक लोग नेत्र दान के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं, लेकिन उनकी मौत के बाद ही उनके नेत्र का उपयोग दूसरों के लिए किया जा सकेगा. ऐसे में संस्थान में नेत्र के लिए कतार में लगे 67 लोगों को फिलहाल कोई फायदा होता नहीं दिख रहा है.

नहीं हो रहा प्रचार-प्रसार : सरकार ने आइ बैंक के विकास के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करने की योजना स्तर पर बनायी थी, लेकिन इसकी फाइल स्वास्थ्य विभाग में धूल फांक रही है. इस बैंक के खुलने के बाद पूरे बिहार में नेत्र दान के प्रति लोगों को जागरूक करना था और सरकार के स्तर पर होर्डिग व पंफलेट बांटना था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. संस्थान में बीओजी की दो बैठक भी हो चुकी है, लेकिन इसमें बैंक के प्रचार-प्रसार को लेकर एजेंडा नहीं था. गौरतलब है कि इस बोर्ड के अध्यक्ष राज्य के स्वास्थ्य मंत्री भी हैं.
18 अक्तूबर को हुआ था उद्घाटन : आइजीआइएमएस के क्षेत्रीय चक्षु संस्थान में आई बैंक का उद्घाटन मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने 18 अक्तूबर 2014 को किया था. इसे बिहार के सभी जिल अस्पतालों से भी जोड़ा जाना था, लेकिन कुछ नहीं हुआ. वहीं, पीएमसीएच में 1984 में खोला गया आइ बैंक आज तक शुरू भी नहीं हो पाया है.
आइ बैंक को चलाने के लिए वोलेंटरी डोनेशन का महत्व है और इसके लिए प्रचार-प्रसार की जरूरत है. अगर वोलेंटरी डोनेशन की रफ्तार नहीं बढ़ी, तो नेत्र दान का रजिस्ट्रेशन होने से बैंक को कोई फायदा नहीं होगा.
डॉ. विभूति पी. सिन्हा, एडिशनल प्रो व एचओडी, क्षेत्रीय नेत्र संस्थान
वोलेंटरी डोनेशन नहीं मिला, तो आइ बैंक बंद भी हो सकता है. सरकार को प्रचार प्रसार के लिए लिखा गया है. बहुत जल्द व्यापक प्रचार प्रसार होगा. परिसर में होर्डिग लगाये जायेंगे और अस्पताल में आनेवालों को भी जागरूक किया जायेगा.
डॉ एन.आर.विश्वास, निदेशक, संस्थान

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें