पटना: राज्य में तीन माह पूर्व आये भीषण आपदा में हुई क्षति मद में अब तक केंद्रीय मदद नहीं मिली है. बिहार के किसानों को मार्च-अप्रैल में हुए ओलावृष्टि और 21 अप्रैल को आये चक्रवाती तूफान में व्यापक क्षति हुई थी. राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को दोनों आपदा से हुई का ब्योरा उपलब्ध कराया […]
पटना: राज्य में तीन माह पूर्व आये भीषण आपदा में हुई क्षति मद में अब तक केंद्रीय मदद नहीं मिली है. बिहार के किसानों को मार्च-अप्रैल में हुए ओलावृष्टि और 21 अप्रैल को आये चक्रवाती तूफान में व्यापक क्षति हुई थी. राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को दोनों आपदा से हुई का ब्योरा उपलब्ध कराया था.
आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा ओलावृष्टि से हुई क्षति की भरपाई के लिए केंद्र को आठ मई को मेमोरेंडम सौंपा था. मेमोरेंडम के माध्यम से राज्य सरकार ने केंद्र से 2041 करोड़ रुपये की सहायता की मांग की थी. राज्य सरकार के मेमोरेंडम के आधार केंद्रीय टीम ने 19 और 20 मई को राज्य के विभिन्न जिलों के दौरा कर क्षति का आकलन किया था. केंद्रीय टीम के सदस्यों ने स्वीकार किया था कि बिहार में आकलन से अधिक की क्षति हुई है. इसके बाद भी करीब तीन माह बीतने को हैं, केंद्र से कोई मदद की उम्मीद नहीं दिख रही है.
राज्य में दूसरी आपदा 21 अप्रैल को चक्रवाती तूफान के रूप में आया था. इस आपदा में राज्य के किसानों को 434.76 करोड़ रुपये की क्षति हुई थी. इस आपदा के कारण हुई क्षति को लेकर राज्य सरकार ने केंद्र को 11 मई को ज्ञापन सौंपा था. राज्य सरकार के इस इस मेमोरेंडम पर भी केंद्रीय टीम ने पुन: तीन से छह जून तक बिहार के जिलों का दौरा कर क्षति का आकलन किया था. केंद्रीय टीम के सदस्यों ने स्वीकार किया था कि वाकई बिहार में चक्रवाती तूफान से बड़ी क्षति हुई है. राज्य सरकार के दोनों आपदा से हुई क्षति को लेकर भारत सरकार ने आपदा प्रबंधन विभाग से कई जानकारी भी ली थी. आपदा प्रबंधन और कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार से मिलने वाली सहायता की उम्मीद में राज्य सरकार ने किसानों को क्षति की भरपाई के लिए 17 लाख 22 हजार सात किसानों को 83231.82 करोड़ रुपये (91 प्रतिशत) बांट चुकी है. यह फसल क्षति मद में कृषि इनपूट सब्सिडी मद की राशि है. विभागीय सूत्र ने बताया कि राशि में मिलने में काफी देर हो चुकी है. इसलिए मंत्री के स्तर पर पुन: केंद्र सरकार को क्षति मद की राशि के लिए पत्र लिखा जायेगा. जिसमें केंद्र से दोनों आपदा में हुई 2475.76 करोड़ रुपये की क्षति की भरपाई मांग की जायेगी.
केंद्रीय टीम ने कहा था, होगी भरपाई
राज्य में आये लगातार दो आपदा की क्षति और केंद्रीय टीम के क्षति के लिए आकलन के लिए दौरा के समय केंद्रीय टीम के नेतृत्व कर रहे भारत सरकार के कृषि मंत्रलय के संयुक्त सचिव के एस श्रीनिवास ने कहा था कि बिहार में ओला वृष्टि और अति वृष्टि से हुई क्षति की नुकसान की भरपाई भारत सरकार के राष्ट्रीय आपदा कोष से किया जायेगा. 21 मई को प्रेस नोट जारी कर संयुक्त सचिव श्रीनिवास ने कहा था कि बिहार में हुई इस क्षति की भरपाई होगी. इसके बावजूद अब तक बिहार को इस मद राशि नहीं मिली है. केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने भी आपदा से हुई क्षति की भरपाई केंद्र सरकार द्वारा करने की घोषणा की थी. उन्होंने कहा था कि क्षति की भरपाई के लिए केंद्र सरकार राज्य सरकार को हर संभव मदद करेगी.
गंभीरता से नहीं ले रहा केंद्र
आपदा प्रबंधन विभाग की मंत्री लेसी सिंह ने कहा है कि आपदा से हुई क्षति के लिए केंद्र सरकार को कई बार रिमाइंडर भेजा गया. इसके बावजूद केंद्र सरकार इसे गंभीरता से नहीं ले रही है. उन्होंने कहा कि पुन: केंद्र सरकार को पत्र लिखकर आपदा से हुई क्षति मद की राशि की मांग की जायेगी.