पटना: पाइरेटेड सीडी के साथ पुलिस ने दो भाइयों को पीरबहोर थाने के बाकरगंज बजाजा से सोमवार को गिरफ्तार किया है. इनके पास से पुलिस ने 20 हजार सीडी, अर्ध निर्मित सीडी व रैपर भी बरामद किये हैं.
जिसकी कीमत करीब पांच लाख रुपये है. पकड़े गये भाइयों में धर्मेद्र कुमार व जीतेंद्र कुमार है. दोनों काफी समय से पाइरेटेड सीडी का अवैध कारोबार कर रहे थे. बरामद सीडी में काफी संख्या में ईल फिल्मों की भी सीडी है. इलेक्ट्रॉनिक्स मार्केट बाकरगंज में पहले भी पुलिस छापेमारी कर लाखों की पाइरेटेड सीडी बरामद कर चुकी है. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि पुलिस को सूचना मिल रही थी कि बाकरगंज में पाइरेटेड सीडी का कारोबार काफी समय से चल रहा है.
सूचना के बाद पुलिस ने टाउन एएसपी मनोज कुमार तिवारी के नेतृत्व में बाकरगंज बजाजा गली के तीन गोदामों में छापेमारी की, तो वहां से करीब 20 हजार सीडी, अर्ध निर्मित सीडी, रैपर बरामद किये गये. बाकरगंज गोला रोड में पाइरेटेड व नकली सीडी/ डीवीडी बनाने में दर्जनों कारोबारी सक्रिय हैं. इस गिरोह का तार बनारस व लखनऊ से भी जुड़ा हुआ है. इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों की इस मंडी से राज्य के कोने-कोने में पाइरेटेड सीडी की सप्लाइ की जाती है.
लागत कम मुनाफा ज्यादा : लागत कम व मुनाफा काफी अधिक होने से इस अवैध कारोबार में दर्जनों लोग सक्रिय हैं. एक जानकार ने बताया कि एक पाइरेटेड सीडी बनाने में पांच से सात रुपये की लागत आती है. थोक भाव में इसे 15 से 20 रुपये में बेचा जाता है. वहीं खुदरा व्यवसायी इसे 25 से 20 रुपये में बेचते हैं. नयी फिल्मों व ईल फिल्मों की सीडी की ज्यादा मांग होने से इसकी कीमत भी अधिक रहती है.