Advertisement
बिहार ने जो गति पकड़ी है, उसे जारी रखना है : नीतीश
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रबंधन की डिग्री हासिल करनेवाले युवाओं से बिहार की अगले 10 साल की विकास योजनाओं को तैयार करने के लिए आगे आने की अपील की है. उन्होंने कहा कि 2025 में बिहार कैसा हो, इसके लिए सरकार विजय डॉक्यूमेंट बनाने जा रही है. इसमें चंद्रगुप्त प्रबंध संस्थान के छात्र-छात्राएं […]
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रबंधन की डिग्री हासिल करनेवाले युवाओं से बिहार की अगले 10 साल की विकास योजनाओं को तैयार करने के लिए आगे आने की अपील की है. उन्होंने कहा कि 2025 में बिहार कैसा हो, इसके लिए सरकार विजय डॉक्यूमेंट बनाने जा रही है.
इसमें चंद्रगुप्त प्रबंध संस्थान के छात्र-छात्राएं भी राय दें कि आनेवाले समय में बिहार को कैसा होना चाहिए. अन्य लोगों से भी इसी प्रकार राय ली जायेगी कि इतना काम किया गया, अब आगे क्या करना है? इसी राय के अनुसार सरकार कार्ययोजना तैयार करेगी और विकास की योजना बनायेगी.
शुक्रवार को मीठापुर में चंद्रगुप्त प्रबंध संस्थान के नये परिसर का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार ने बहुत से काम किये हैं. संस्थान के साथ-साथ बिहार की बिल्डिंग का काम हुआ है. तरक्की हो रही है और इस गति की रफ्तार को बरकरार रखना है. अभी बहुत से काम करना बाकी है. उन्होंने चंद्रगुप्त प्रबंधन संस्थान में चंद्रगुप्त की, आर्यभट नॉलेज यूनिवर्सिटी में आर्यभट और चाणक्य ला विवि में चाणक्य की प्रतिमा लगाये जाने की घोषणा की. इतना विकास करना चाहते कि चीन भी पीछे छूट जाये
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे बिहार समेत देश का इतना विकास करना चाहते हैं कि चीन भी पीछे छूट जाये, लेकिन आज देश का विकास मॉडल कुछ द्वीप के निर्माण के लिए होकर रह गया है. सबका विकास नहीं हुआ है. कुछ राज्यों के विकास कर लेने से पूरे देश का विकास नहीं हो सकता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार की आबादी देश की कुल आबादी की 8.2 प्रतिशत है, लेकिन सकल घरेलू उत्पाद में बिहार की हिस्सेदारी 2.3 प्रतिशत है. बिहार को भी आबादी के अनुसार जीडीपी में हिस्सा मिलना चाहिए. सभी राज्यों का क्षमता विकास होना आवश्यक है.
पूरे देश का ग्रोथ कुछ राज्यों पर ही निर्भर है. पूरा देश अगर इसमें शामिल हो तो ग्रोथ रेट बढ़ती ही जायेगी. फिलहाल कुछ कॉरपोरेट घरानों का ही ग्रोथ हो रहा है. पिछले 14 महीनों में आठ-10 कॉरपोरेट घरानों की संपत्ति 80-85 हजार करोड़ रुपये बढ़ी है. उनका ग्रोथ अगर देश का ग्रोथ होगा, तो बाकी को कितना फायदा हुआ. ग्रोथ का मॉडल टिकाऊ हो, हम उस पर चलना चाहते हैं. सीएम ने कहा कि बिहार में सबसे ज्यादा इन्वेस्ट लोगों पर किया गया है. यह ही रिटर्न देगा. उन्होंने चाणक्या लॉ यूनिवर्सिटी के ऑडोटोरियम की मंजूरी देने का निर्देश मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह को दिया. सीएम ने कहा कि अंजनी जी, दो-चार करोड़ और खर्च होंगे, उसे मंजूरी दे दें.
चंद्रगुप्त प्रबंध संस्थान में चले और कोर्स
मुख्यमंत्री कहा कि चंद्रगुप्त प्रबंध संस्थान में एमबीए के साथ-साथ इससे नीचे के कोर्स की शुरुआत करनी चाहिए. इस पर जब संस्थान के निदेशक ने सहमति जतायी, तो नीतीश कुमार ने कहा कि आपके पास साधन है और सरकार उदारतापूर्वक काम कर रही है, तो उसे जल्द-से-जल्द शुरू करें. उन्होंने कहा कि 2008 में संस्थान की शुरुआत हुई. 60 छात्र-छात्राओं का बैच शुरू हुआ और अब तो सभी का प्लेसमेंट हो रहा है. बिहार में जो भी संस्था का निर्माण करना चाहते हैं तो मजबूती से करना चाहते हैं. जो भी भवन बन रहे हैं, वह अगले 40-50 सालों को ध्यान में रख कर बनाया जा रहा है. एक दौर था जब संस्थान नहीं खुले. जो खुले वे झारखंड में खुले थे, लेकिन सरकार बनने के बाद बहुत संस्थान खुले हैं. अंतरराष्ट्रीय नालंदा विश्वविद्यालय को पुनर्जीवित किया जा रहा है.
चंद्रगुप्त और चाणक्य की लगेगी प्रतिमा
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि चंद्रगुप्त प्रबंध संस्थान में चंद्रगुप्त की और चाणक्य लॉ यूनिवर्सिटी में चाणक्य की प्रतिमा लगेगी. इसके लिए दोनों संस्थान उनकी प्रतिमा लगाने की कार्रवाई जल्द करें. लोगों में यह सवाल न उठे कि इनके नाम पर संस्थान का नाम क्यों पड़ा, इसके लिए इसके बारे में भी विस्तार से लिखे. साथ ही संस्थान के सिलेबस में भी हो सके तो इसकी चर्चा जरूर करें. सीएम ने कहा कि चंद्रगुप्त-चाणक्य का कोई फोटो नहीं है. जो प्रतिमा बनेगी, वह कल्पना के आधार पर बनेगी. इसके बाद आर्यभट ज्ञान विश्वविद्यालय में भी आर्यभट की प्रतिमा स्थापित की जायेगी, ताकि संस्थानों के छात्र-छात्राएं इतिहास के साथ कनेक्ट कर सकें.
मीठापुर बना एजुकेशन हब : पी. के. शाही
शिक्षा मंत्री पीके शाही ने कहा कि विरोधी कहते हैं कि बिहार में विकास नहीं हुआ है. वे उन्हें बिहार की दूसरी जगह नहीं, पटना के मीठापुर ही आमंत्रित करते हैं. यहां आकर देख लें कि क्या परिवर्तन हुआ है. मीठापुर एजुकेशन हब बन गया है. यह परिवर्तन लोगों को नहीं दिखता है, तो हम क्या कर सकते हैं. आज चंद्रगुप्त प्रबंध संस्थान की उपलब्धियां बढ़ी हैं. देश के सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में गिना जा रहा है. इतनी जल्दी किसी आइआइएम को भी उपलब्धि नहीं मिली थी. उन्होंने कहा कि पुराने संस्थानों को सुधारने की कोशिश हो रही है और नये संस्थान खोले जा रहे हैं.
यह थे मौजूद
इस मौके पर मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, विकास आयुक्त एसके नेगी, आद्री के सदस्य सचिव शैबाल गुप्ता, बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष निशा झा, शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डीएस गंगवार, सचिव चंचल कुमार, राज्य आधारभूत संरचना निगम के एमडी संजीवन सिन्हा, चाणक्या लॉ यूनिवर्सिटी के कुलपति लक्ष्मीनाथ, चंद्रगुप्त प्रबंध संस्थान के निदेशक बी. मुकुंद दास समेत अन्य मौजूद थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement