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मोबाइल ग्राहक परेशान, कंपनियां हो रहीं मालामाल
पटना: मोबाइल कंपनियों की सेवा से उपभोक्ता परेशान हैं. कभी नेटवर्क की समस्या, तो कभी कॉल ड्रॉप की समस्या. इन कंपनियों को केवल सिम बेचने से मतलब है. ग्राहकों की सेवा से कोई लेना-देना नहीं है. एक बार में फोन लग जाये, तो भगवान की दुआ मानिए. वरना दिस रूट इज बिजी का संदेश सुनते […]
पटना: मोबाइल कंपनियों की सेवा से उपभोक्ता परेशान हैं. कभी नेटवर्क की समस्या, तो कभी कॉल ड्रॉप की समस्या. इन कंपनियों को केवल सिम बेचने से मतलब है. ग्राहकों की सेवा से कोई लेना-देना नहीं है. एक बार में फोन लग जाये, तो भगवान की दुआ मानिए. वरना दिस रूट इज बिजी का संदेश सुनते रहिए. कॉल ड्रॉप होने से उपभोक्ताओं को नुकसान हो रहा है. लेकिन कंपनियां मालामाल हो रही हैं. कॉल भले ही कुछ सेकेंड में कट जाये. लेकिन कंपनियां पूरे मिनट का पैसा लेती हैं.
ग्राहकों की संख्या बढ़ रही, बीटीएस की क्षमता नहीं
ट्राइ के सीएजी (बिहार-झारखंड) जेके भगत ने कहा कि कॉल ड्रॉप की परेशानी का मुख्य कारण है टावरों की कमी. कॉल का ट्रैफिक काफी बढ़ गया है. बिहार में ही बीटीएस की संख्या 33,055 है. जबकि टावर की संख्या 12,000 से भी कम है. एक टावर में तीन से पांच कंपनियों का बीटीएस लगा हुआ है, जिससे काम चल रहा है. जबकि प्रदेश में उपभोक्ताओं की संख्या 6,07,33,862 है. निजी कंपनियां पैसा बचाने के लालच में तकनीक में सुधार नहीं कर रही.
सेवाएं महज निर्देश है
कंपनियां स्पेक्ट्रम और मैन पावर तो खर्च कर रही हैं. लेकिन उपभोक्ताओं को दी जाने वाली सेवाएं महज निर्देश है. कानून और निगरानी की कमी के कारण निजी मोबाइल कंपनियों के हौसले बुलंद है.
पांच गुना बढ़ गये कॉल ड्रॉप
ट्राइ की ऑडिट रिपोर्ट में यह बात सामने आयी है कि देश में कॉल ड्रॉप के मामले लगभग पांच गुना बढ़ गये हैं. मानक के अनुसार कॉल ड्रॉप की संख्या दो प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए. लेकिन बिहार में यह तीन से पांच प्रतिशत पर पहुंच गया है.
सिगनल का स्ट्रेंथ ऐसे जानें
फोन की सेटिंग से यह मदद मिलेगी. फोन की स्क्रीन के टॉप पर बना बार सिगनल मजबूती आंकने का सही सूचक नहीं है. मोबाइल का सिग्नल की स्ट्रेंथ जानने का तरीका अलग-अलग फोन में अलग होता है. लेकिन जो नंबर दिखते हैं, वे लगभग समान होते हैं. वह संख्या जीरो के जितना नजदीक होगा. उतना ही वो सिगAल मजबूत होगा. ऐसे जानें. -65 का सिग्नल -85 से बेहतर है. ये नंबर -40 से -130 के बीच में होते हैं. जहां -40 का मतलब सबसे बढ़िया सिगAल है और -130 का मतलब शून्य सिगAल है. ये नंबर फोन के सिग्नल को बताते हैं. 3जी/4जी स्ट्रेंथ को नहीं.
कंपनियों के बीटीएस की संख्या
कंपनी बीटीएस
एयरसेल 2687
एयरटेल 9070
बीएसएनएल 3068
आइडिया 5516
रिलायंस 3398
टाटा 95
यूनिनॉर 2317
वीडियोकॉन 12
वोडाफोन 6892
कुल 33055
नोट : यह आंकड़ा एक अप्रैल, 2015 तक का है.
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