विरोध कर रहे लोगों को पुलिस प्रशासन द्वारा समझाने की कोशिश भी नाकाम हो गयी. इसके बाद तीन बजे टीम वापस लौट आयी.
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झोंपड़ी से पहले महलों पर चले बुलडोजर
पटना सिटी: आशियाना बचाने के लिए सड़क पर खड़े जेसीबी मशीन के आगे बैठे लोगों का कहना था कि नाला पर बने महलों को पहले प्रशासन तोड़े, इसके बाद झोंपड़ी पर हाथ लगाये. कुछ इसी तरह की स्थिति बुधवार को कैमाशिकोह बिजली ऑफिस, पूर्वी सिटी मोट नाला व गंगा तट तक अतिक्रमणकारियों के खिलाफ अभियान […]
पटना सिटी: आशियाना बचाने के लिए सड़क पर खड़े जेसीबी मशीन के आगे बैठे लोगों का कहना था कि नाला पर बने महलों को पहले प्रशासन तोड़े, इसके बाद झोंपड़ी पर हाथ लगाये. कुछ इसी तरह की स्थिति बुधवार को कैमाशिकोह बिजली ऑफिस, पूर्वी सिटी मोट नाला व गंगा तट तक अतिक्रमणकारियों के खिलाफ अभियान चलाने के दरम्यान बन गया. जेसीबी के आगे बैठे लोगों का कहना था कि प्रशासन उसके ऊपर मशीन चला कर आशियाना तोड़े. पहले महल को गिराये, फिर गरीबों की झोंपड़ी उजाड़े.
विरोध कर रहे लोग कुछ भी सुनने को तैयार नहीं : अनुमंडल प्रशासन व नगर निगम पटना सिटी अंचल कर्मियों द्वारा बुधवार को मालसलामी थाना क्षेत्र में कैमाशिकोह बिजली ऑफिस, पूर्वी सिटी मोट नाला व गंगा तट तक अभियान चलाने टीम साढ़े 12 बजे के आसपास पहुंची. दल प्रभारी कृष्ण नारायण शुक्ला व दंडाधिकारी रामविलास साहु मालसलामी थाना पुलिस के साथ दो जेसीबी मशीन, चार ट्रैक्टर व 30 मजदूरों को लेकर अभियान चलाते है. इसी बीच सैकड़ों की संख्या मे महिला, पुरुष सड़क पर उतर आते है, इसके बाद जेसीबी मशीन का रास्ता रोक गरीबों की झोंपड़ी गिराने से पहले महलों को ढाने की मांग करते है. इस बीच अभियान टीम सिर्फ पांच पक्के मकान व कुछ झोंपड़ियां ही तोड़ पाती है. पुलिस पदाधिकारी विरोध कर रहे लोगों को समझाने की चेष्टा करते है कि नापी के बाद पक्के निर्माण को तोड़ा जायेगा. लेकिन, विरोध कर रहे लोग कुछ सुनने व मशीन के आगे से हटने को तैयार नहीं थे.अभियान में सफाई निरीक्षक आशा नंद पांडे व प्रदीप कुमार शामिल थे.
मान मनौअल की कोशिश भी बेकार
टीम में शामिल पदाधिकारी व पुलिसकर्मियों की ओर से मशीन के आगे खड़े लोगों को लगभग डेढ़ घंटे तक मान-मनौअल की कोशिश की गयी. लेकिन, विरोध कर रहे लोग कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे. हालांकि हंगामा बढ़ता देख चौक थाना की गश्ती दल को बुलाया गया. लेकिन, पर्याप्त पुलिस बल के अभाव में टीम ने उच्चाधिकारियों के निर्देश के आलोक में दोपहर तीन बजे वापस लौट आयी. एसडीओ अनिल राय ने बताया कि क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त कराया जायेगा. इसके लिए बाद में पर्याप्त पुलिस बल के साथ नयी तिथि की घोषणा कर अभियान चलाया जायेगा. बताते चले कि चिह्न्ति क्षेत्र में लगभग डेढ़ सौ झोंपड़ी व कच्चे-पक्के मकान है, जिनको हटाने के लिए अभियान चलना था. अभियान से मारूफगंज में जलजमाव की समस्या काफी हद तक दूर होगी.
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