पटना : विश्वविद्यालयों व कॉलेजों में शिक्षकों के आधे पद रिक्त हैं. मार्च, 2014 तक सभी रिक्त पद भर दिये जायेंगे. शिक्षा विभाग ने इसकी कसरत शुरू कर दी है. शिक्षा मंत्री पीके शाही ने कहा कि वे लगातार इस संबंध में विभाग को आवश्यक पहल करने का निर्देश दे रहे हैं.
रोस्टर क्लियर की कार्रवाई पूरी कर, बिहार लोक सेवा आयोग को जल्द ही नियुक्ति का प्रस्ताव भेजा जायेगा. श्री शाही रविवार को राजभवन के राजेंद्र मंडप में ‘उच्च शिक्षा : उभरते नये प्रतिमान’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में समापन भाषण दे रहे थे.
उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन से जो भी सुझाव आयेंगे, वह राज्य में उच्च शिक्षा के सुधार में नयी दिशा देंगे. क्लास रूम में आना विद्यार्थी छोड़ दिये हैं. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर ही हम इसमें सुधार ला सकते हैं. नैक के पूर्व निदेशक प्रो वीएस प्रसाद ने कहा कि व्यक्तिगत उत्कृष्टता से ज्यादा जरूरी सामूहिक उत्कृष्टता है. नालंदा खुला विवि के पूर्व कुलपति वीएस दुबे व पटना वीमेंस कॉलेज की प्राचार्या डॉरिस डिसूजा ने योग्य कुलपति व व्याख्याताओं की नियुक्ति पर बल दिया.
अकादमिक नेतृत्व एवं सुशासन पर डॉ उदय सलुंके ने प्रकाश डाला. व्यावसायिक शिक्षा–अलग पड़ाव विषय पर मुंबई विवि के पूर्व कुलपति प्रो विजय, पटना विवि के प्रो विनय कंठ, वीर कुंवर सिंह विवि के पूर्व कुलपति आइसी कुमार ने प्रकाश डाला. विषयों पर चर्चा की जानकारी विभाग के विशेष सचिव एचआर श्रीनिवास ने दी. अध्यक्षता पटना सायंस कॉलेज के पूर्व प्राचार्य प्रो जगन्नाथ ठाकुर ने की. मौके पर विभाग के प्रधान सचिव अमरजीत सिन्हा, राज्यपाल के प्रधान सचिव सुधीर कुमार राकेश, उच्च शिक्षा निदेशक सीताराम सिंह आदि थे.
समेत कई राज्यों से आये विशेषज्ञ, सभी विवि के कुलपति, प्रतिकुलपति, कुलसचिव आदि उपस्थित थे.