पटना : पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि बिहार को जल्द ही आंध्र प्रदेश की तर्ज पर विषेष सहायता मिलेगा. केंद्र से मिलने वाली सहायता से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार घबरा गये हैं. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पूर्व नरेंद्र मोदी ने जो बिहारवासियों से जो वादा किया था, उसके अनुरूप अब तक दर्जनों निर्णय लिये जा चुके हैं.
नीतीश कुमार को बताना चाहिए कि राज्य हित व विकास के लिए केंद्रीय मंत्रियों को पार्टी के नेताओं से विमर्श करना कोई गुनाह है क्या?
मुख्यमंत्री व उनके प्रतिनिधि तो पहले ही पीएम, केंद्रीय वित मंत्री और नीति आयोग के उपाध्यक्ष से मिल कर ज्ञापन सौंप चुके हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार बिहार को विशेष सहायता देने की तैयारी में हैं तो मुख्यमंत्री इतना परेशन क्यों हो गये मोदी ने कहा कि सीएम को राजनीति की बजाय राज्य की लंबित परियोजनाओं को पूरा करने और कानून-व्यवस्था को दुरूस्त करने की चिंता करनी चाहिए.
मोदी ने कहा कि केंद्र की कांग्रेसी सरकार ने 1989 में बिहार को ‘राजीव गांधी पैकेज’ के तौर पर पांच हजार करोड़ रुपये देने का वादा किया था. जिसे बाद में कांग्रेस भूल गयी.
उन्होंने प्रश्न किया कि केंद्र में 10 वर्षों तक यूपीए की सरकार में मुंगेर और दीघा में बन रहे गंगा पर पुल का काम क्यों नहीं पूरा हुआ? महात्मा गांधी सेतु की मरम्मति क्यों नहीं हो सकी? दरअसल मुख्यमंत्री को राजनीति से ऊपर उठ कर बिहार को दिए जा रहे सहयोग के लिए केंद्र सरकार को धन्यवाद देना चाहिये.