इन जातियों से उपकृत लालू प्रसाद व नीतीश कुमार को खुले हृदय से अति पिछड़ी जाति से आनेवाले किसी नेता को मुख्यमंत्री बनाने का एलान कर देना चाहिए. लालू प्रसाद ने अपने परिवार में किसी सदस्य के मुख्यमंत्री का उम्मीदवार नहीं होने की बात कह चुके हैं.
ऐसे में इस मामले में सिर्फ नीतीश कुमार को विचार करना है. उन्होंने कहा कि पिछड़े व अति पिछड़े की एकता बनाये रखने के लिए नीतीश कुमार पहल अवश्य करेंगे. लालू-नीतीश ऐसी पहल करते हैं तो पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी व सांसद पप्पू यादव को कोई आपत्ति नहीं होगी. अगर ऐसा होता है तो बिखरे जनता परिवार में वास्तविक एकता कायम होगी.