ये बातें गुरुवार को पीएमसीएच माइक्रोबायोलॉजी विभाग परिसर में वायरोलॉजिकल लैब का उद्घाटन करते हुए स्वास्थ्य मंत्री रामधनी सिंह ने कहीं. उन्होंने कहा कि दो साल पहले वायरल बीमारियों की जांच के लिए सैंपल दूसरे राज्यों में भेजा जाता था, लेकिन अब हर वायरल बीमारी की जांच परिसर में संभव है. इसके अलावा डीएमसीएच (दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल) में वायरोलॉजिकल लैब खोला गया है. पीएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी विभाग को पांच फ्लोर का बनाने के लिए पहले से प्रस्ताव दिया हुआ है और इसे अब बहुत जल्द पूरा किया जायेगा. साथ ही सभी छात्रवास में लिफ्ट की भी सुविधा होगी.
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पीएमसीएच में वायरोलॉजिकल लैब का उद्घाटन, वायरल रोगों की जांच पटना में भी
पटना: देश में जब स्वाइन फ्लू के कहर से लोगों की जान जा रही थी,तो बिहार में मात्र दो लोगों की मौत हुई. एक मरीज ऐसा था,जिसकी जांच अन्य राज्य में हुई थी. बिहार में बीमारियां बहुत है,तो हमारे डॉक्टर भी बेस्ट हैं. अगर डॉक्टर समाज ईमानदारी से काम करे,तो सूबे के लोग हर बीमारी […]
पटना: देश में जब स्वाइन फ्लू के कहर से लोगों की जान जा रही थी,तो बिहार में मात्र दो लोगों की मौत हुई. एक मरीज ऐसा था,जिसकी जांच अन्य राज्य में हुई थी. बिहार में बीमारियां बहुत है,तो हमारे डॉक्टर भी बेस्ट हैं. अगर डॉक्टर समाज ईमानदारी से काम करे,तो सूबे के लोग हर बीमारी से उबर जायेंगे.
आठ जून को कार्यशाला
पीएमसी के प्राचार्य डॉ एस.एन.सिन्हा ने बताया कि पीएमसीएच के वायरोलॉजी लैब को एसजीपीजीआइ लखनऊ के वायरोलॉजी लैब से जोड़ा गया है. इसको लेकर आठ जून को अस्पताल में एक कार्यशाला होगी. इसमें लखनऊ एसजीपीजीआइ के निदेशक मौजूद रहेंगे और वह बतायेंगे कि लैब से हम किस तरह की बीमारियों की पहचान कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि अस्पताल में मरीजों के लिए हर दिन नयी सुविधाएं बहाल की जा रही हैं और इसी कड़ी में 15 दिन बाद स्वास्थ्य मंत्री को दोबारा से परिसर में उद्घाटन के लिए बुलाया जायेगा. पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ लखींद्र प्रसाद ने कहा कि अस्पताल में लैब से एइएस व जेइ पीड़ित बच्चों को सबसे अधिक फायदा मिलेगा. बिहार में दो माह ऐसा आता है कि बच्चे एइएस व जेइ की चपेट में आने लगते हैं और उस वक्त उनकी जांच के लिए यह लैब बेहद कारगर होगा. कार्यक्रम में उपाधीक्षक डॉ सुधांशु सिंह व डॉ आरके सिंह, डॉ जेकेएल दास, डॉ विश्वेंद्र कुमार सिन्हा,डॉ अजय कुमार,डॉ कुमार अरुण,डॉ बीके सिंह,अस्पताल प्रबंधक आलोक रंजन समेत कई डॉक्टर व छात्र मौजूद थे.
नर्सो ने रोका मंत्री का रास्ता
पीएमसीएच आरएसबी के बाहर खड़ी नर्सो ने स्वास्थ्य मंत्री रामधनी सिंह का रास्ता रोका और मांग पत्र सौंपा. ये वह नर्से है जो साक्षात्कार में सफल नहीं हो सकी हैं. नर्सो के मुताबिक बिहार की नर्सो को बाहर कर अन्य राज्यों से नर्सो को लाया गया है. ऐसे में उन नर्सो का रास्ता बंद हो गया है,जिन्होंने 10 साल तक पीएमसीएच में अपनी सेवाएं दी है. स्वास्थ्य मंत्री ने उन नर्सो को आश्वासन दिया है कि उनकी मांगों पर जल्द निर्णय लिया जायेगा और नियमानुसार सभी नर्सो को नियमित भी किया जायेगा.
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