पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि नीतीश जी अपने दो साल के कार्यकाल की उपलब्धियां तो बताइए. भाजपा सरकार की एक साल की उपलब्धि तो आईने की तरह साफ है. केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा गंठबंधन की सरकार बनने के बाद तोहफों की जो सौगात […]
पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि नीतीश जी अपने दो साल के कार्यकाल की उपलब्धियां तो बताइए. भाजपा सरकार की एक साल की उपलब्धि तो आईने की तरह साफ है. केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा गंठबंधन की सरकार बनने के बाद तोहफों की जो सौगात बिहार को मिली है वैसा पहले कभी नहीं हुआ था.
मोदी भाजपा पदेश कार्यालय में जिलों से आये मीडिया प्रभारियों और प्रवक्ताओं की कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे. साढ़े सात वर्षों में भाजपा कोटे के मंत्रियों की उपलब्धियों को मुख्यमंत्री भुना रहे हैं.
भाजपा के उन मंत्रियों का नाम लेने में उन्हें शर्म महसूस होती है. बिहार के विकास के प्रति प्रधानमंत्री की गहरी दिलचस्पी ने समरसता की स्थिति बिहार में पैदा की है.अल्पसंख्यक समुदाय का झुकाव भाजपा के प्रति और बढ़ा है और सीमांचल में पार्टी की ताकत मजबूत हुई है. राष्ट्रीय महासचिव व बिहार के प्रभारी भूपेंद्र यादव ने मीडिया की बढ़ती जिम्मेवारियों और सोशल मीडिया के महत्व पर विस्तार से जानकारी दी. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता व पूर्व सांसद और वरिष्ठ पत्रकार एम जे अकबर ने कहा कि समाज के उत्थान की बहुत हद तक जिम्मेवारी पार्टी के मीडिया प्रभारी व प्रवक्ताओं पर निर्भर करती है. प्रवक्ता एवं वरिष्ठ पत्रकार देवेश कुमार और अरविंद सिंह ने भी संबोधित किया. मंच का संचालन पार्टी के डॉ संजय मयूख, विधायक संजय सिंह टाइगर एवं विजय कुमार सिन्हा ने किया.
कार्यशाला में रखे विचार
आत्म प्रचार से परहेज करते हुए पार्टी की नीति और सिद्घांत को अधिक प्रचारित करना चाहिए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा जिले के संबंध में अब तक की गयी घोषणाओं को संकलित कीजिए और उसका किस हद तक क्रियान्वयन हुआ उसे प्रकाश में लाइये. एक ओर जहां प्रधानमंत्री देश का मान बढ़ा रहे हैं, बिहार के विकास के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध करा रहे हैं, तो दूसरी ओर विपक्ष भाजपा के खिलाफ दुष्प्रचार करने में जुटा है.
नंदकिशोर यादव, प्रतिपक्ष के नेता
समाज में समाचार पत्रों की विश्वसनीयता बहुत ज्यादा है. इसलिए मीडिया फ्रेंडली होइए. संवाद प्रेषण में पार्टी का समाजिक समीकरण अवश्य ध्यान में रखना चाहिए. प्रभारियों से उन्होंने कहा कि स्थानीय मुद्दों को उठाइए.
मंगल पांडेय , प्रदेश अध्यक्ष