29.2 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

कहीं आपका बच्‍चा भी,तो नहीं पढ़ रहा नकली बुक

पटना: स्कूलों में नकली किताबें पहुंच रही है. न तो स्टूडेंट्स इस पर ध्यान दे रहे हैं और न ही टीचर. ऐसे में अधिकतर स्कूलों में एनसीइआरटी की नकली किताबें पढ़ायी जा रही हैं. सीबीएसइ के माध्यम से एनसीइआरटी ने हर स्कूलों को नकली किताबों के इस्तेमाल करने से सावधान रहने को कहा हैं. ऐसे […]

पटना: स्कूलों में नकली किताबें पहुंच रही है. न तो स्टूडेंट्स इस पर ध्यान दे रहे हैं और न ही टीचर. ऐसे में अधिकतर स्कूलों में एनसीइआरटी की नकली किताबें पढ़ायी जा रही हैं. सीबीएसइ के माध्यम से एनसीइआरटी ने हर स्कूलों को नकली किताबों के इस्तेमाल करने से सावधान रहने को कहा हैं. ऐसे में एनसीइआरटी की ओर से ऑरिजनल बुक को पहचानने के लिए कई तरकीब बतायी गयी है. इससे आसानी से स्टूडेंट्स बुक को पहचान पायेंगे.
नये सेशन के शुरू होने के बाद सीबीएसइ ने 9वीं और 10वीं के क्लास के सिलेबस में बदलाव किया है. ऐसे में एनसीइआरटी द्वारा नये सिलेबस की किताबें मार्केट में उपलब्ध नहीं करायी गयी थी. लेकिन, अभी पटना के तमाम स्कूलों में नये सिलेबस के नकली किताबों से 9वीं और 10वीं में पढ़ाई की जा रही है. एनसीइआरटी ने यह स्पष्ट किया है कि जो बुक अभी सिलेबस में आया है, उसकी छपाई नहीं हुई है. ऐसे में ये बुक असली नहीं हैं. नये सिलेबस की बुक समर वेकेशन के बाद ही मार्केट में आ पायेंगी. ऐसे में अभी नकली बुक ही स्कूल में चलाये जा रहे हैं. सीबीएसइ स्कूलों में क्लास वन से 12वीं तक में एनसीइआरटी की ही बुक को प्रेसक्राइब किया गया हैं. पहले 9वीं से 12वीं तक ही एनसीइआरटी की बुक से पढ़ाई हो रही थी. इस साल से वन से 8वीं तक में भी एनसीइआरटी की बुक को जोड़ा गया है.
लाखों रुपये के आते हैं नकली बुक
एनसीइआरटी के सूत्रों की मानें, तो हर महीने नकली बुक लाखों की संख्या में स्कूलों तक पहुंचाये जाते हैं. नकली बुक ऐसी बनायी जा रही है कि उसे पहचानना मुश्किल हो जाता है. सूत्रों की मानें, तो नकली किताबों पर सिर्फ पटना की बात करें तो यहां पर 10 लाख के ऊपर खर्च हो रहा है.
ऐसे चलता है नकली बुक का करोबार
बुक पर से वास्तविक कीमत को रबर स्टैंप से मिटा कर अधिक प्राइस लिख दिया जाता है
दाम में स्टीकर का उपयोग किया जाता है
वाटर मार्क नहीं रहता है
पेज पर काफी साइनिंग होती है
इन बातों का रखें ख्याल
एनसीइआरटी के वाटर मार्क और लोगो को मिला ले
एनसीइआरटी की वेबसाइट पर सारे टेक्स्ट बुक के कॉपी उपलब्ध हैं. वहां पर जाकर भी ओरिजनल बुक को सर्च किया जा सकता है
एनसीइआरटी की वेबसाइट पर वाटर मार्क की जानकारी दी हुई है. उससे पहचाना जा सकता हैं
एनसीइआरटी की बुक में स्टिकर से दाम नहीं चिपकाया रहता है
बुक के पन्‍नों नॉमर्ल होते हैं

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें