पटना. कोतवाली थाने के मौर्या लोक कॉम्प्लेक्स में एटीएम फ्रॉड करनेवाले गिरोह के शातिर धर्मवीर कुमार (बख्तियारपुर) को पुलिस ने पकड़ लिया. यह सहरसा के मूल निवासी अजय कुमार के सामने ही उसके ही एटीएम से 20 हजार रुपये निकाल कर भाग रहा था, लेकिन उसे अजय ने खदेड़ कर पकड़ लिया और उसे पहले एसबीआइ बैंक परिसर में लाया. बैंक प्रशासन ने कोतवाली पुलिस को घटना की जानकारी दी और उसे हिरासत में लेकर अपने साथ ले गयी. पूछताछ के क्रम में यह जानकारी मिली है कि इसके गिरोह में आधा दर्जन से अधिक युवक शामिल हैं और ये लोग स्टेशन गोलंबर व भीड़-भाड़ इलाकों में सक्रिय हैं. पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है. कोतवाली पुलिस ने पकड़े जाने की पुष्टि की और बताया कि दो लोगों ने घटना को अंजाम दिया है. दूसरे की तलाश में छापेमारी की जा रही है.
पहले बनाते हैं दोस्त और फिर पूछ लेते हैं पिन कोड : इन लोगों से मिली जानकारी के अनुसार ये लोग वैसे लोगों को अपना निशाना बनाते हैं, जो एटीएम के संबंध में ज्यादा जानकारी नहीं रखते है. यह गिरोह वैसे लोगों से पहले दोस्ती करता है और फिर एटीएम के संबंध में उससे काफी बातें करता है. अगला व्यक्ति उसकी बातों को सुन कर उत्सुक हो जाता है और एटीएम से जुड़ी अन्य बातों को जानने का प्रयास करता है. इसके बाद गिरोह का वह सदस्य उसे किसी एटीएम पर ले जाते हैं और प्रैक्टिकल कराने के बहाने उससे पिन कोड पूछ लेते हैं. पहले वह एटीएम के संबंध में इधर-उधर की बातें करता है और उसके सामने ही पिन कोड से पैसे निकाल लेता है. गिरोह के पकड़े गये जालसाज धर्मवीर ने भी ऐसा ही किया और 20 हजार निकाल लिया. इसके बाद वह एटीएम से निकल कर भागने लगा, लेकिन युवक ने खदेड़ कर उसे पकड़ लिया. उसके पास से 20 हजार रुपये भी बरामद कर लिया.
स्टेशन गोलंबर के पास की थी दोस्ती : अजय महाराष्ट्र के पुणो में एक कंपनी में काम करता है . वह अपने सहरसा स्थित गांव पर जाने के लिए पटना आया था. वह स्टेशन गोलंबर के पास सवारी के इंतजार में था. इसी बीच धर्मवीर व उसका एक अन्य साथी वहां पहुंचा और उससे बातों – बातों में इस बात पर दोस्ती कर ली कि वह भी सहरसा का रहनेवाला है और उसने भी वहां जाने के लिए गाड़ी बुक की थी.
वह गाड़ी मौर्या लोक कॉम्पलेक्स में है और फिर अजय को वह वहां बातचीत करते हुए ले आया. इस दौरान वह एटीएम से संबंधित जानकारी अजय को देता रहा.