पटना : गंगा सेतु और राजेंद्र पुल बिहार में जाम के पर्याय बन गये हैं. कई घंटों तक जाम लगनेवाली इस समस्या से निजात पाने के लिए पुलिस नये स्तर पर ठोस पहल शुरू करने जा रही है. इसके लिए गुरुवार को डीजीपी पीके ठाकुर की अध्यक्षता में पुलिस मुख्यालय में एक बैठक हुई. इसमें दोनों सेतुओं खासकर गंगा ओवर ब्रिज को जाम से मुक्ति दिलाने की रणनीति पर चर्चा की गयी. इसके तहत लिये गये अहम निर्णयों को अगले सप्ताह लागू कर दिया जायेगा.
जाम की समस्या से निजात दिलाने की पूरी प्लानिंग की मॉनीटरिंग समेत अन्य कार्यो की देखरेख करने के लिए आइजी (प्रोविजन) पंकज दराद को इसका नोडल अधिकारी बनाया गया है. इस बैठक में एडीजी आलोक राज, एडीजी सुनील कुमार के अलावा पटना, वैशाली, लखीसराय, बेगुसराय, समस्तीपुर समेत अन्य संबंधित जिलों के एसपी तथा परिवहन विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे.
जाम की समस्या से निजात बाने के लिए गांधी सेतु के पास एक कंट्रोल रूम बनाया जायेगा. पुलिस विभाग एक नंबर भी जारी करेगा, जिससे दोनों पुलों पर जाम की अपडेट जानकारी प्राप्त की जा सकती है. कोई भी व्यक्ति इन नंबरों पर फोन करके जाम की जानकारी प्राप्त कर सकता है. पुलिस मुख्यालय जल्द ही इन फोन नंबरों को जारी कर देगा. इसके अलावा गांधी सेतु पुल के आसपास चेक पोस्ट बनाये जायेंगे. करीब 200 की संख्या पुलिस फोर्स की तैनाती चौबीसो घंटे दोनों पुलों पर रहेगी, जो ट्रैफिक व्यवस्था को नियंत्रित करने का काम करेंगे. इसमें आरक्षी से लेकर सिपाही तक के पुलिसकर्मी शामिल होंगे.
गांधी सेतु पर जाम की समस्या किसी भी हालत में नहीं हो, इसके लिए सोनपुर से लेकर फतुहा तक पुलिस कर्मियों की तैनाती रहेगी. गांधी सेतु पर जाम होने के कारण पूरा एनएच-30 जाम की चपेट में आ जाता है. इसलिए पुलिस बलों की तैनाती फतुहा तक की जायेगी. ताकि एनएच-30 पर यातायात बाधित नहीं हो. पुल के बीच में भी कुछ दारोगा की तैनाती 24 घंटे के लिए रहेगी. ताकि जाम को हर हाल में नियंत्रित किया जा सके. पुलिस टीम के साथ क्रेन भी उपलब्ध होगा ताकि किसी दुर्घटना के तत्काल बाद गाड़ी को वहां से हटा लिया जायेगा.
पटना सिटी भी होगी जाम से मुक्त : सीधे एनएच-30 से जुड़ेगी सिटी
पटना : पटना सिटी इलाके को जल्द ही जाम से बड़ी राहत मिलेगी. इसके लिए पटना सिटी इलाके को सीधे एनएच-30 से जोड़ा जायेगा. यह निर्णय विकास आयुक्त (डीसी) एसके नेगी की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई बैठक में लिया गया. दिसंबर 2016 में गुरु गोविंद सिंहजी महाराज के शताब्दी जन्मोत्सव के आयोजन के लिए डीसी की अध्यक्षता में गठित कमेटी की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई. इसमें सभी संबंधित विभागों के प्रधान सचिव भी मौजूद थे.
बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये. सबसे अहम निर्णय रहा, पटना सिटी इलाके को जाम से मुक्त कराना. इसके लिए पटना सिटी इलाके को एक नयी सड़क बना कर एनएच-30 से दीदारगंज के पास जोड़ना सबसे अहम प्लान है. यह सड़क फोर-लेन बनेगी और बाजार समिति के बीच से गुजरेगी. इसके लिए बाजार समिति के हिस्से का अधिग्रहण किया जायेगा. इसके लिए कृषि विभाग से सहमति लेने के लिए फाइल बढ़ा दी गयी है. सड़क निर्माण विभाग को इसके लिए डीपीआर तैयार कर सड़क बनवाने की जिम्मेवारी सौंपी गयी है. यह सड़क एक किमी से ज्यादा लंबी होगी. इस नयी सड़क के अलावा पूरे इलाके में 16 सड़के बन रही हैं. सभी सड़के एलक्ष्डी स्ट्रीट लाइटों से रोशन होंगी. इस बात पर सहमति बनी कि इस सड़क का निर्माण हर हाल में दिसंबर 2016 के पहले तक करा लिया जाये.
ये लिये गये अहम फैसले
गंगा एक्सप्रेस-वे को पटना सिटी में हरमंदिर के पास मौजूद कंगन घाट से सीधे जोड़ा जायेगा. ताकि बाहर से आने वाले पर्यटक सीधे इस एक्सप्रेस वे पर जा सकें और गंगा की सैर कर सकें.
– पूरे इलाके की सभी सड़कों को एलक्ष्डी लाइट से रोशन किया जायेगा. यह काम खासतौर से नगर विकास एवं आवास विभाग करायेगा.
पटना सिटी में मौजूद मनोज कमलिया स्टेडियम में बाहर से आने वाले लोगों के लिए अस्थायी निवास बनाने की योजना है. इसके लिए हाई कोर्ट से विशेष तौर से सहमति ली जायेगी. गौरतलब है कि हाई कोर्ट ने अपने एक फैसले के तहत इस स्टेडियम में खेलकूद के अलावा अन्य किसी तरह की गतिविधि नहीं कराने का आदेश दे रखा है.