पटना : ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन्स (एक्टू्) के 9वें राष्ट्रीय सम्मेलन के पहले दिन बुधवार को भाकपा-माले के महासचिव डॉ. दीपंकर भट्टाचार्य ने जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि मेक इन इंडिया के नारे की आड़ में देश के मजदूर-किसानों का अधिकार व सम्मान छीना जा रहा है.
मालूम हो कि एक्टूका 9वां राष्ट्रीय सम्मेलन 4-6 मई को पटना में आयोजित किया जा रहा है. सम्मेलन में देश के कोने-कोने से लगभग एक हजार प्रतिनिधि और कई विदेशी मेहमानों के शामिल होने की सूचना है. सम्मेलन की शुरुआत 4 मई को 11 बजे गांधी मैदान से एक विशाल मजदूर-किसान अधिकार मार्च निकालकर किया गया. इसके बाद यह मार्च दोपहर एक बजे आर ब्लॉक पहुंचा. ऑर ब्लॉक पर एकत्रित जनसभा को संबोधित करते हुए दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि यह सम्मेलन ऐसे अवसर पर हो रहा है, जब मोदी सरकार का एक वर्ष पूरा होने जा रहा है. उन्होंने कहा कि अच्छे दिन का वादा करके सत्ता में आई मोदी सरकार अपने एक साल के शासन के दौरान मजदूर-किसानों के लिए कहीं से अच्छा साबित नहीं हुआ.
उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया का नारा तो दिया, लेकिन भारत को बनाने वाले दो मजबूत आधारों मजदूर व किसान के अधिकार व सम्मान को विभिन्न तरीकों से छीनने की कोशिश भी तेज कर दी. उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ मजदूरों व किसानों के हक तथा अधिकार के लिए व्यापक पैमाने पर आंदोलन करने की जरूरत है.
इस अवसर पर भाकपा-माले के महासचिव डॉ. दिपंकर भट्टाचार्य के साथ ही एक्टू के महासचिव डॉ. स्वपन मुखर्जी, एक्टू के राष्ट्रीय अध्यक्ष एस कुमारस्वामी प्रमुख रूप से शामिल हुए. 5 मई 2015 की सुबह 10 बजे से दिन के 1 बजे तक राजधानी स्थित रवींद्र भवन में सम्मेलन का खुला सत्र आयोजित होगा. इस खुले सत्र को वाम-जनवादी केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और रेलवे-डाक-दूरसंचार-बैंक-बीमा आदि सेक्टर आधारित केंद्रीय फेडरेशनों के नेतागण तथा दक्षिणी एशियाई देशों के अतिथि के रूप में आये मजदूर नेता भी सम्मेलन को संबोधित करेंगे.