पटना: पीरबहोर थाने के खेतान मार्केट से सटी गली में बिजली के टूटे तार की चपेट मे आने से सोमवार की रात 26 वर्षीया मां तारा देवी व साढ़े चार साल की बेटी पिंकी कुमारी की मौत हो गयी. दोनों भंवर पोखर स्थित झोंपड़पट्टी में रहती थीं. घटना के बाद स्थानीय लोग उग्र हो गये और भंवर पोखर के साथ ही पीएमसीएच में भी हंगामा किया. बाद में भारी संख्या में पुलिस बल पीएमसीएच पहुंचा और उग्र लोगों को शांत किया. तारा की सास कलावती देवी के बयान पर बिजली विभाग के अधिकारियों के खिलाफ पीरबहोर थाने में मामला दर्ज किया गया है. तारा दाई का काम कर परिवार को भरण-पोषण करती थी. साल भर पहले ही उसके पति छोटू की मौत बीमारी से हो गयी थी. उसके परिवार में अब सिर्फ सास व देवर ही बचे हैं. प्रशासन की ओर से मृतक के परिजनों को 43 हजार रुपये का मुआवजा दिया गया. सदर बीडीओ रज्जन लाल निगम ने पीएमसीएच में जाकर तारा देवी की सास कमलावती देवी को राशि दी. पारिवारिक लाभ योजना के तहत 40 हजार रुपये व कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत तीन हजार की राशि दी गयी.
खाना लाने जा रही थी
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि लोगों के घरों में काम कर अपने व अपनी बेटी का पेट पालने वाली तारा देवी सोमवार की रात आठ बजे अपनी बेटी पिंकी को गोद में लेकर खाना लाने जा रही थी. वह खेतान मार्केट से सटी गली में पहुंची कि वहां बिजली का हाइ वोल्टेज तार टूट कर गिरा हुआ था, इसी तार की चपेट में दोनों आ गये. करंट लगने से दोनों की मौत मौके पर ही हो गयी. अचानक हुई घटना से लोगों को कुछ समझ में नहीं आया. दोनों को इलाज के लिए पीएमसीएच ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद दर्जनों लोग मौके पर जुट गये और हंगामा करने लगे. शव के साथ पीएमसीएच पहुंचे लोगों ने भी वहां थोड़ी देर के लिए हंगामा किया. बाद में पीरबहोर, कदमकुआं व गांधी मैदान थाने की पुलिस के साथ टाउन डीएसपी मनोज कुमार तिवारी पहुंचे ओर लोगों को समझा-बुझा कर शांत कराया. डीएसपी ने बताया कि सास के बयान पर बिजली विभाग के अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. प्रशासन की ओर से सास को मुआवजे की राशि भी दी गयी है.
काफी देर से टूट कर गिरा था तार
स्थानीय लोगों ने बताया कि हाइ वोल्टेज तार काफी देर से टूट कर गली में गिरा हुआ था. लोगों ने इसकी सूचना बिजली विभाग के स्थानीय कार्यालय में दी, लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया. बिजली विभाग से कोई भी कर्मचारी न तो मौके पर पहुंचा और न ही इलाके की बिजली काटी. इसीलिए लोगों का गुस्सा बिजली विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों पर था. बाद में पुलिस की मौजूदगी में बिजली के टूटे तार को जोड़ा गया.
साल भर में ही पूरा परिवार साफ
साल भर पहले पति की मौत होने के बाद तारा अपनी बेटी को दाई का काम कर पढ़ाती थी. बेटी पिंकी ही उसका सहारा थी. स्थानीय लोगों का कहना था कि इस परिवार पर ऐसा पहाड़ टूटा कि साल भर के अंदर ही पूरा परिवार साफ हो गया. पहले पति की मौत हुई, उसके बाद मां-बेटी भी चल बसी. छह -सात साल पहले ही तारा की शादी हुई थी.