पटना: टीटीइ को डरा-धमका कर पैसे वसूलनेवाला एक नकली विजिलेंस इंस्पेक्टर शनिवार को पकड़ा गया. संजय कुमार (हकीकतपुर गांव, बख्तियारपुर) नाम का यह शख्स हटिया से पटना जंकशन पहुंची एक्सप्रेस ट्रेन में तैनात गोमो के टीटीइ शंभुनाथ झा व अरविंद कुमार तिवारी को डरा कर उनसे नाजायज वसूली का प्रयास कर रहा था. उसके पास दानापुर मंडल द्वारा निर्गत रेलवे का एक आइ कार्ड, एक मतदाता पहचान पत्र, 1900 रुपये व एसबीआइ का एटीएम कार्ड बरामद हुआ है. वह खुद को बड़हिया स्टेशन का बुकिंग सुपरवाइजर बताता है. उसके खिलाफ जीआरपी थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है.
विजिलेंस जांच का दिया हवाला
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक गोमो मंडल के टीटीइ अरविंद कुमार तिवारी व शंभुनाथ झा हटिया-पटना एक्सप्रेस ट्रेन लेकर पटना पहुंचे. जंकशन पर उतरते ही आरोपित संजय कुमार उनके पास पहुंचा और खुद को विजिलेंस इंस्पेक्टर बताते हुए पूछताछ करनी शुरू कर दी. नकली इंस्पेक्टर ने कहा कि दोनों के खिलाफ विजिलेंस का मामला है, जिसमें उनको जांच का जिम्मा सौंपा गया है. बातचीत में ही उसने टीटीइ से पांच हजार रुपये की मांग की. इस पर उन्हें संदेह हुआ. उन्होंने आइ-कार्ड मांगा, जिस पर अंगरेजी में ‘ऑथोरिटी टू इक्जामिन टिकट ओवर इसी रेलवे’ लिखा था. नाम की जगह व्हाइटनर डाल कर उस पर संजय कुमार लिखा था. मामला संदिग्ध पाते हुए टीटीइ ने तत्काल जीआरपी को इसकी सूचना दी और आरोपित को उसके हवाले कर दिया.
पहले भी कई टीटीइ हुए शिकार
इससे पहले भी कई टीटीइ इस नकली विजिलेंस इंस्पेक्टर का शिकार हुए, मगर लोक-लाज से शिकायत दर्ज नहीं करायी. शनिवार को मामले के खुलासा होने पर कई टीटीइ ने आपबीती सुनाई. शुक्रवार को सहरसा-पटना राज्यरानी एक्सप्रेस लेकर पहुंचे टीटीइ पी राय ने जीआरपी को मेमो देते हुए बताया कि उनको भी ठगने का प्रयास किया गया. इधर, रेल पुलिस की गिरफ्त में आये आरोपित संजय कुमार ने पत्रकारों के सामने कहा कि वह बड़हिया स्टेशन पर बतौर बुकिंग सुपरवाइजर पदस्थापित है. दानापुर मंडल के एसीएम ने उसे पहचान पत्र निर्गत किया है. सीनियर डीसीएम अरविंद रजक ने इस मामले में आरोपित बुकिंग सुपरवाइजर संजय को निलंबित कर दिया.