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मैट्रिक का मूल्यांकन बाधित देर से आयेगा रिजल्ट
पटना : नियोजित शिक्षक की हड़ताल से मैट्रिक परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन कार्य बाधित हो गया है, जिससे रिजल्ट आने में काफी देर होने की आशंका है. मूल्यांकन केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाएं पहुंचायी जा रही हैं. एग्जामिनर की लिस्ट तैयार है. हेड एग्जामिनर योगदान भी ले रहे हैं. लेकिन, मूल्यांकन कार्य शुरू नहीं हो […]
पटना : नियोजित शिक्षक की हड़ताल से मैट्रिक परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन कार्य बाधित हो गया है, जिससे रिजल्ट आने में काफी देर होने की आशंका है. मूल्यांकन केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाएं पहुंचायी जा रही हैं.
एग्जामिनर की लिस्ट तैयार है. हेड एग्जामिनर योगदान भी ले रहे हैं. लेकिन, मूल्यांकन कार्य शुरू नहीं हो पाया है. मूल्यांकन में 35 हजार शिक्षकों को एग्जामिनर के तौर पर लगाया गया है, लेकिन इनमें से सिर्फ एक हजार शिक्षक ही मूल्यांकन में शामिल हो पाये हैं. शुक्रवार को पटना स्थिति राजेंद्र बालक उच्च विद्यालय, राजेंद्र नगर में 150 एग्जामिनरों ने मूल्यांकन के लिए रिपोर्ट की, लेकिन यहां पर भी मूल्यांकन कार्य शुरू नहीं हो पाया है. ऐसा ही हाल प्रदेश के कई मूल्यांकन केंद्रों का है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अनुसार, मैट्रिक का मूल्यांकन कार्य 15 अप्रैल से ही शुरू हुआ है.
लेकिन, हकीकत है कि 94 में से 50 मूल्यांकन केंद्रों पर शुक्रवार से विधिवत मूल्यांकन कार्य शुरू हो सका. इनमें भी अधिकतर केंद्रों पर शिक्षक शामिल नहीं हुए. सूत्रों के अनुसार एग्जामिनर की नियुक्ति हुई. वे रिपोर्ट भी कर रहे हैं, लेकिन मूल्यांकन नहीं कर रहे हैं. बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव केदारनाथ पांडेय ने दावा किया है कि किसी भी केंद्र पर मूल्यांकन कार्य सही से नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि नियोजित शिक्षकों के समर्थन में माध्यमिक शिक्षक संघ के 34 हजार शिक्षक हड़ताल में शामिल हैं. संघ के एक भी शिक्षक मूल्यांकन कार्य में शामिल नहीं हो रहे हैं. जिस भी परीक्षा केंद्र पर शिक्षक जाते हैं, उन्हें रोक दिया जाता है.
आज तक सभी केंद्रों पर पहुंच जायेंगी कॉपियां
समिति की मानें, तो शुक्रवार तक 94 में से लगभग 70 मूल्यांकन केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाओं के भेजने का काम पूरा कर लिया गया. हेड एग्जामिनर ने रिपोर्ट कर दी है. एग्जामिनर की ज्वाइनिंग भी करवा ली गयी है, लेकिन मूल्यांकन कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है. समिति के अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि कई मूल्यांकन केंद्रों से रिपोर्ट आयी है कि मूल्यांकन कार्य की सारी तैयारी हो चुकी है, लेकिन टीचर मूल्यांकन के लिए नहीं आ रहे हैं. अगर कोई टीचर आ भी रहा है, तो उन्हें रोका जा रहा है. उन्होंने बताया कि 18 अप्रैल तक सारे मूल्यांकन केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाएं भेज दी जायेंगी. मूल्यांकन कार्य शुरू नहीं होने से इसका रिजल्ट समय पर निकलने को लेकर संदेह है.
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