पटना: पीयू कर्मचारियों के प्रतिनिधियों ने विवि प्रशासन द्वारा वार्ता के लिए बनायी गयी चार सदस्यीय कमेटी के समक्ष अपनी मांगों को रखा. हालांकि मांगों पर अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला है. कमेटी के समक्ष कर्मचारी नेताओं ने अपनी 32 सूत्री मांगों को रखा. इन मांगों पर विचार करने के बाद कमेटी के सदस्यों […]
पटना: पीयू कर्मचारियों के प्रतिनिधियों ने विवि प्रशासन द्वारा वार्ता के लिए बनायी गयी चार सदस्यीय कमेटी के समक्ष अपनी मांगों को रखा. हालांकि मांगों पर अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला है. कमेटी के समक्ष कर्मचारी नेताओं ने अपनी 32 सूत्री मांगों को रखा.
इन मांगों पर विचार करने के बाद कमेटी के सदस्यों ने कर्मचारियों को कहा कि उनकी मांगों को कुलपति के समक्ष रखा जायेगा और 18 अप्रैल को ढ़ाई बजे तक कर्मचारियों को इससे अवगत करा दिया जायेगा. हालांकि कि कमेटी के संयोजक प्रो यूके सिन्हा ने स्पष्ट किया कि कमेटी को कोई अधिकारिक शक्ति नहीं है.
कर्मचारियों में भी वार्ता को लेकर कोई खास उत्साह नहीं है. क्योंकि उनके अनुसार उक्त कमेटी में ना तो कुलपति हैं और न ही रजिस्ट्रार. कमेटी को कोई अधिकार भी नहीं है. ऐसी स्थिति में इस वार्ता से कोई हल निकलनेवाला नहीं है. कर्मचारियों के महासचिव रणविजय ने कहा कि विवि प्रशासन की निष्क्रियता उसी बात से स्पष्ट होती है कि वरीय शिक्षकों की शक्तिहीन कमेटी बना कर कर्मचारियों के साथ मजाक किया गया है और ऐसा प्रतीत होता है कि विवि प्रशासन को छात्रों के भविष्य से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा कि जब तक विवि कोई स्पष्ट पहल नहीं करती और हमारी मांगों को पूरा नहीं करती कर्मचारी अपना अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे.
शिक्षकों ने भी विवि में किया प्रदर्शन : पटना विवि शिक्षक संघ (पूटा) के नेतृत्व में अपनी मांगों व कर्मचारियों के आंदोलन के समर्थन में शिक्षकों ने भी बृहस्पतिवार को प्रदर्शन किया और कर्मचारियों के धरना स्थल पर ही उनके साथ काफी देर तक बैठे रहे. प्रदर्शन करीब दो घंटा चला. शिक्षकों ने विवि प्रशासन के खिलाफ नारे भी लगाये. प्रदर्शन में सौ से अधिक शिक्षक शामिल थे.