निगम की इस पहल से केंदू पत्ता उत्पादक किसानों का आर्थिक शोषण नहीं होगा. किसानों से खरीदे गये बीड़ी पत्ता के गोदामों में कोई नुकसान न हो, इसके लिए निगम सभी गोदामों का सुरक्षा बीमा भी करायेगा.
Advertisement
बीड़ी पत्ते की खरीद-बिक्री व भंडारण करेगा वानिकी विकास निगम?
पटना: वन पर्यावरण विभाग ने नवगठित वानिकी विकास निगम को बीड़ी पत्ताें की खरीद-बिक्री और भंडारण का पहली बार बड़ा काम सौंपा है. वानिकी निगम 12 जिलों में केंदू पत्ता (बीड़ी पत्ता) की खरीद-बिक्री ही नहीं करेगा, बल्कि गोदामों में उसका भंडारण भी करेगा. निगम की इस पहल से केंदू पत्ता उत्पादक किसानों का आर्थिक […]
पटना: वन पर्यावरण विभाग ने नवगठित वानिकी विकास निगम को बीड़ी पत्ताें की खरीद-बिक्री और भंडारण का पहली बार बड़ा काम सौंपा है. वानिकी निगम 12 जिलों में केंदू पत्ता (बीड़ी पत्ता) की खरीद-बिक्री ही नहीं करेगा, बल्कि गोदामों में उसका भंडारण भी करेगा.
बिहार के औरंगाबाद, इमामगंज, बाराचट्टी, गुरपा, रजौली, कौवाकोल, चकाई, कटोरिया, बौंसी, बांका, जमुई और झाझा में बीड़ी पत्ताें का बड़े पैमाने पर उत्पादन होता है. बीड़ी और तंबाकू के बड़े व्यवसायी फरवरी-मार्च में 12 जिलों में कैंप लगा कर बीड़ी पत्ते की खरीदारी करते रहे हैं. बीड़ी पत्ता उत्पादक किसानों की हमेशा शिकायत रही है कि तंबाकू व्यवसायी औने-पौने दाम में उनके पत्ते खरीद लेते हैं.
यही नहीं, कई बार तंबाकू व्यवसायियों से पैसे लेने के लिए भी उन्हें झगड़ा करना पड़ता था. वानिकी निगम को बीड़ी पत्ते की खरीद और संग्रह की जिम्मेवारी मिलने के बाद केंदू पत्ता उत्पादक किसानों को इस झंझट से मुक्ति तो मिल ही जायेगी, सरकार को तंबाकू पत्ता खरीद में टैक्स चोरी से घटनाओं से निबटने के लिए आबकारी विभाग की बड़ी फौज भी 12 जिलों में तैनात नहीं करनी पड़ेगी.
वानिकी निगम किसानों से बीड़ी पत्ता की खरीद के लिए 12 जिलों में क्रय केंद्र खोलेगा. क्रय केंद्रों पर ही बीड़ी पत्ता का भुगतान किसानों को सरकार द्वारा तय दर पर निगम करेगा. वानिकी विकास निगम अपने क्रय केंद्रों पर उन्हीं बीड़ी पत्ताें की खरीद करेगा, जो 50-50 की संख्या में बंडल बनाये गये होंगे. किसानों से खरीदे गये बीड़ी पत्ताें का संग्रह अप्रैल से जुलाई तक गोदामों में होगा. तंबाकू उद्यमियों व व्यवसायियों से बीड़ी पत्ता की बिक्री करते वक्त गोदाम का किराया, बीड़ी पत्ता के रख-रखाव, बीमा प्रीमियम और अन्य खर्चो का भी भुगतान लिया जायेगा. वानिकी विकास निगम का गठन पिछले ही वर्ष हो गया था, किंतु कर्मचारियों की कमी के कारण यह सक्रिय नहीं हो पाया था. जनवरी में 52 कर्मचारियों की बहाली के बाद निगम सक्रिय हुआ है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement