पटना : समान काम-समान वेतन सहित कई मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे शिक्षक संगठनों ने सरकार पर दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया है. कुछ संगठन नियोजन संबंधी मांग, तो कुछ समान कार्य के लिए समान वेतन आदि मांगों के लिए अलग-अलग स्तर पर आंदोलन चला रहे हैं. संगठन के नेताओं को छह अप्रैल को […]
पटना : समान काम-समान वेतन सहित कई मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे शिक्षक संगठनों ने सरकार पर दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया है. कुछ संगठन नियोजन संबंधी मांग, तो कुछ समान कार्य के लिए समान वेतन आदि मांगों के लिए अलग-अलग स्तर पर आंदोलन चला रहे हैं. संगठन के नेताओं को छह अप्रैल को शिक्षा मंत्री के साथ होनेवाली बातचीत का इंतजार है. उसके बाद ही आंदोलन की दिशा तय होगी.
छह के बाद करेंगे आंदोलन
बिहार राज्य नियोजित शिक्षक संघर्ष मोरचा की ओर से शुक्रवार को बैठक बुलायी गयी. इसमें बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ व नवनियुक्त माध्यमिक शिक्षक संघ बिहार के संयुक्त रूप से सभी जिलों के संघीय पदाधिकारियों ने भाग लिया. जिसमें प्रतिनिधियों से वार्ता व उनकी समस्याओं के निदान के लिए छह अप्रैल तक सरकार को समय देने का निर्णय लिया. इसके बाद अनिश्चितकालीन शिक्षण कार्य ठप करेंगे. साथ ही मैट्रिक परीक्षा मूल्यांकन कार्य का भी बहिष्कार करेंगे.
सांसद पप्पू यादव ने दिया समर्थन का भरोसा
वहीं, नियोजित शिक्षक महासंघ की ओर से वेतनमान की मांगों को लेकर आर ब्लॉक पर पिछले 12 दिनों ने अनिश्चित कालीन धरना जारी है. इसका समर्थन कर रहे राष्ट्रीय जनता दल के सांसद पप्पू यादव ने कहा कि यदि सरकार वेतनमान जल्द-से-जल्द लागू नहीं करेगी, तो युवा शक्ति जिला स्तर पर नियोजित शिक्षक के लिए आंदोलन करेंगे.
आज करेंगे मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार
वित्तरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोरचा की ओर से वेतनमान, सेवा सांमजन व चार वर्षो का एकमुश्त भुगतान करने आदि मांगों को लेकर शनिवार को इंटरमीडिएट मूल्यांकन केंद्र कॉलेज ऑफ कॉमर्स में सभी परीक्षक मूल्यांकन कार्य से खुद को अलग रखेंगे.