भरती पुरुष व महिला मरीज के लिए पहले कुरता-पैजामा था, लेकिन अब महिलाओं व बच्चों के लिए अलग-अलग तरह के यूनिफॉर्म होंगे,जिसकी जिम्मेवारी सिस्टर इंचार्ज की होगी. उन्हें हर सप्ताह बताना होगा कि मरीजों को यूनिफॉर्म मिल रहा है या नहीं.
मेट्रोन को भी एक रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया है. पीएमसी के प्राचार्य डॉ एसएन सिन्हा ने बताया कि ऐसा नहीं है कि यूनिफॉर्म योजना बंद हो गयी है,लेकिन इसे जिम्मेवारी के साथ किया नहीं जा रहा है. मरीजों तक यूनिफॉर्म नहीं पहुंच रहा है. इसके लिए स्टोर कीपर व मैट्रोन से सोमवार की शाम रिपोर्ट ली गयी है. रिपोर्ट के आधार पर खपत व कमी का ब्योरा चेक किया जायेगा. इसके बाद यूनिफॉर्म मिलेगा.