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भगवान न करें कि अभी आप बीमार पड़ें, मरीजों के लिए भंडार में मई के बाद ही आ पायेंगी दवाइयां

पटना : दवा घोटाले के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में दवा की किल्लत को कम करने के लिए कई कोशिशें कर ली हैं. बावजूद इसके अस्पतालों के ओपीडी में की लाख कोशिशों के बाद भी दर्द, कैलशियम, एंटीबाइटिक, कफ, एंटी रेबिज, हिमोफिलिया फैक्टर सहित अधिकांश दवाइयां खत्म हो चुकी है और ओपीडी व इंडोर […]

पटना : दवा घोटाले के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में दवा की किल्लत को कम करने के लिए कई कोशिशें कर ली हैं. बावजूद इसके अस्पतालों के ओपीडी में की लाख कोशिशों के बाद भी दर्द, कैलशियम, एंटीबाइटिक, कफ, एंटी रेबिज, हिमोफिलिया फैक्टर सहित अधिकांश दवाइयां खत्म हो चुकी है और ओपीडी व इंडोर में इलाज के लिए आने वाले मरीज भगवान भरोसे हैं. जिस तरह के हालात दवाओं को लेकर भंडार की हो गयी है वह कभी भी खत्म हो सकता हैं.
सूत्रों के मुताबिक बीएमएसआइसीएल में दवा को लेकर शुक्रवार को भी परचेज कमेटी की बैठक हुई, लेकिन इस बैठक से अधिकतर सदस्य गायब रहे. इस कारण से दवा परचेज करने में परेशानी हो रही है और भंडार में पड़ी दवाओं को अस्पतालों में भेजा जा रहा है, लेकिन भंडार की दवाएं भी खत्म होने की कगार पर है. अस्पतालों के ओपीडी व इमरजेंसी में दिखने दवा की किल्लत दिखने लगी है और कई दवाइयां ओपीडी में मरीजों को नहीं मिल रही है. जिन अस्पतालों से दवा की मांग हो रही है उसे थोड़ा बहुत कर दवा भेजा गया है, लेकिन मरीजों की भीड़ के सामने दवा की आपूर्ति बेहद कम है.
मेडिकल कॉलेज, शहरी अस्पताल व पीएचसी तक में दवाओं की किल्लत
दवाओं की किल्लत से शहर के ही नहीं गांव के मरीज भी परेशान हैं. मरीजों को अस्पताल में दवाइयां नहीं मिल रही है और उसे दवा के लिए बाहर भेजा जाता है. ऐसे में पीएमसीएच, एनएमसीएच, शहरी अस्पताल, पीएचसी, अनुमंडलीय व रेफरल अस्पताल में तैनात चिकित्सक व फार्मासिस्टों की परेशानी बढ़ गयी है. मरीज दवा के लिए हर दिन हंगामा करते हैं.
हालात ऐसे आ गये हैं कि मरीजों को डॉक्टर एक सप्ताह की दवा भी नहीं लिख पाते हैं. मरीजों को दो – तीन की दवाइयां देकर छोड़ देते हैं. दवाओं की कमी को लेकर निगम को हर दिन रिमाइंडर भेजा जाता है, लेकिन इसको लेकर वहां से कोई जवाब नहीं आता है. बस शुक्रवार को इतना कहा गया है कि दवाओं की खरीद अपने स्तर पर करने को कहा गया है और अभी दवा खरीदने में मई तक का समय लगेगा.

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