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जदयू के उपवास पर पक्ष-विपक्ष आमने-सामने

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का उपवास नाटक : मंगल पांडेय मांझी का अनुसररण कर रहे नीतीश कुमार : महाचंद्र विपक्ष को पच नहीं रही नीतीश की बात : नीरज कुमार पटना : भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के खिलाफ जदयू का एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम शनिवार को शुरू हो रहा है. इसको लेकर पक्ष-विपक्ष आमने-सामने आ गया है. […]

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का उपवास नाटक : मंगल पांडेय
मांझी का अनुसररण कर रहे नीतीश कुमार : महाचंद्र
विपक्ष को पच नहीं रही नीतीश की बात : नीरज कुमार
पटना : भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के खिलाफ जदयू का एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम शनिवार को शुरू हो रहा है. इसको लेकर पक्ष-विपक्ष आमने-सामने आ गया है. भाजपा जहां उपवास के कार्यक्रम को नाटक करार दे रही है, वहीं सत्ता पक्ष भाजपा की केंद्र सरकार पर निशाना साध रहा है.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने विधान परिषद के बाहर कहा कि भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के खिलाफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का उपवास नाटक से ज्यादा कुछ नहीं है. उन्हें अगर किसानों से प्रेम होता तो धान की खरीद तेजी से होती. साथ ही धान के लिए जो बोनस की घोषणा की गयी है, उसका लाभ किसानों तक जरूर पहुंचता, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है.
धान की खरीदारी भी नहीं हो रही है और न ही किसानों को बोनस मिल रहा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यह बताएं कि वे इस अध्यादेश में क्या संशोधन चाहते हैं. संशोधन के बारे में वे बता तो नहीं रहे, उपवास कर राजनीति कर रहे हैं. उधर,जदयू के प्रवक्ता व विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जो कर रहे हैं, वह विपक्ष को पच नहीं रहा है. केंद्र ने किसानों की जमीन जबरन छीन लेने का कानून बनाया है. यह तालिबानी फैसला है. अगर केंद्र को किसानों से प्रेम था तो किसानों को बोनस देने में राज्यों में बैरियर क्यों लगवाया. उन्होंने कहा कि भाजपा सदन में भी कार्यवाही चलने नहीं दे रही है. एक हिडेन एजेंडा के तहत भाजपा काम कर रही है और प्रश्नकाल बाधित कर रही है.
पूर्व मंत्री व जदयू विधान पार्षद महाचंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उपवास में बैठ कर जीतन राम मांझी का अनुसरण कर रहे हैं. अच्छी बात है किसी मामले में तो उनका अनुसरण किया. पूर्व मंत्री भीम सिंह के आवास पर नेम प्लेट में व्हीप का नोटिस चिपकाया जाना सही नहीं था. उन्होंने अपने संसदीय लोकतंत्र में कभी ऐसा नहीं देखा. जब आवास पर लोग मौजूद हैं, तो उसे रिसीव कराना था ना कि नेम प्लेट पर चिपकाना था.

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