इसकी गूंज आसानी से हर तरफ सुनी जा सकती है. उन्होंने कहा कि राजनीति में युवाओं का आगे बढ़ना लोकतंत्र की मजबूती का प्रमाण है. यह एक सकारात्मक संकेत है. भारत सरकार द्वारा बीबीसी के इंडियाज डॉटर डॉक्यूमेंट्री पर बैन लगाने पर भी अपना विचार व्यक्त किया.
अमेरिका के हार्वर्ड कैंडी स्कूल में आयोजित छात्र सम्मेलन को संबोधित करते हुए मीसा ने कहा कि मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य में बड़ी तेजी से बदलाव आ रहा है. इस बदलाव को सोशल मीडिया ने अपना पूरा समर्थन दिया है. इसका एक प्रमाण हाल ही में दिल्ली में संपन्न हुआ विधानसभा चुनाव है. यह चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि अधिसंख्य मीडिया घरानों एवं राजनीतिक विशेषज्ञों के द्वारा एक खास राजनीतिक दल का समर्थन किया जा रहा था. मीडिया ने अपना प्रत्यक्ष हस्तक्षेप प्रदर्शित किया. अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को मूर्त करने वाली सोशल मीडिया ने सभी को अपनी बात कहने का अधिकार दिया. चाहे वह आम आदमी हो या खास, सबने अपने मन की बात कही. इसका परिणाम सामने आया.
एक नयी पार्टी ने आजादी के पहले से स्थापित एक राजनीतिक दल को दिल्ली विस चुनाव में पराजित कर दिया. युवाओं ने उस दल को लोकसभा चुनाव में मिली प्रचंड जीत के नशा को चूर कर दिया. यह इस बात का प्रमाण भी है कि भारत की राजनीति में युवाओं का हस्तक्षेप बढ़ा है. कार्यक्रम में भारत की पहली महिला आइपीएस किरण बेदी, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चौहान, सेवा भारत की प्रमुख पद्मश्री रेनाना झाबवाला और मशहूर फिल्म अभिनेता राहुल बोस ने भी अपने विचार व्यक्त किये. यह जानकारी राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने दी.