पटना: महिला सशक्तिकरण के दौर में महिला कर्मियों को प्रसवकालीन सुविधा व समान काम का समान वेतन भी नहीं मिल रहा. ये बातें रविवार को एटक के महासचिव चक्रधर प्रसाद सिंह ने कही. वे केदार भवन में ऑल इंडिया वर्किग वुमेन फोरम द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित सभा में बोल रहे थे.
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार महिला सुरक्षा का लाख दावा कर ले, किंतु सत्य यह है कि आज भी असुरक्षित कार्यस्थल पर नाम मात्र के मानदेय पर आशाकर्मी काम कर रही हैं.
फोरम की सदस्य मीना ने कहा कि सरकार जल्द-से-जल्द मातृत्व लाभ कानून 1961 के तहत प्रसवकालीन छुट्टी और मेहनताना सुविधा मुहैया कराये. महिलाओं की बीमारियों की नियमित जांच और अतिरिक्त पोषाहार का प्रबंध करवाये.