लेकिन जब वेतन भुगतान का समय आता है, तब कंपनी के साथ काफी ङिाकङिाक करना पड़ता है. कर्मचारियों का कहना है कि हमलोगों का वेतन दिसंबर से ही बंद है. वहीं विगत पांच वर्षो से वेतन में कोई वृद्धि नहीं हुआ है. वेतन का भुगतान नहीं होने से हमलोगों को राशन दुकानदार राशन देने से इनकार कर दिया है.
हमलोगों का आर्थिक व मानसिक शोषण किया जा रहा है. बीते कुछ दिनों पूर्व कंपनी के अधिकारियों के द्वारा होली का पर्व के पूर्व बकाया वेतन का भुगतान करने का आश्वासन दिया गया था. लेकिन अब होली का पर्व आ चुका है. लेकिन अधिकारी वेतन का भुगतान करने से इनकार कर रहे हैं. जब हमलोग इसका विरोध करना चाहते हैं तो झूठी मुकदमा में फंसा कर कंपनी से निकालने की धमकी दी जाती है. कंपनी की जो इच्छा हो करें. हमें जब तक मजदूरों का बकाया वेतन की राशि का भुगतान नहीं होगा निर्माण कार्य को ठप रखेंगे. इस मौके पर शैलेंद्र कुमार, मोहन कुमार, मनोज कुमार, मो आलम आजाद, अनूप ठाकुर, देवेश चौधरी सहित दर्जनों लोग शामिल थे.