अगर नहीं कर सका तो राजनीति से संन्यास ले लूंगा. वे शुक्रवार को बिहार राज्य अधिवक्ता संघ के बैनर तले जिला अधिवक्ता संघ पटना के प्रांगण में हुए विचार गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे. संगोष्ठी के विषय ‘ वर्तमान राजनीतिक परिवेश में अधिवक्ताओं की भूमिका ’ से इतर अपनी बात रखते हुए श्री मांझी ने कहा कि समाज सिर्फ दो वर्गो में बंटा है. गरीब और अमीर. किसी भी क्रांति के लिए जरूरी है कि उसमें मध्यम वर्ग शामिल हो. वकील और प्रोफेसर इस मध्यम वर्ग के प्रतिनिधि हैं. सरकार में जो भी योजनाएं बनती हैं, उसमें गरीबों के हित की बात तो की जाती है. लेकिन हकीकत में वे सिर्फ नारा ही रह जाते हैं.
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तीन माह समय मिले तो लागू करेंगे सभी निर्णय : मांझी
पटना: पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि सीएम बनने के बाद मुङो अपनी शक्ति का एहसास नहीं था. हनुमानजी की तरह जब मुङो शक्ति का एहसास हुआ, तब मैंने निर्भीक होकर काम करना शुरू किया. हनुमान जी की तरह जब मैंने समुद्र पार कर लिया तो लोग बौखला गये. लोग कहते हैं कि […]
पटना: पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि सीएम बनने के बाद मुङो अपनी शक्ति का एहसास नहीं था. हनुमानजी की तरह जब मुङो शक्ति का एहसास हुआ, तब मैंने निर्भीक होकर काम करना शुरू किया. हनुमान जी की तरह जब मैंने समुद्र पार कर लिया तो लोग बौखला गये. लोग कहते हैं कि जाते वक्त अंतिम समय मैंने आनन-फानन में अनेक फैसले लिये. लेकिन यदि मुङो तीन माह का मौका मिले तो मैं अपने कैबिनेट में लिये गये सभी फैसलों को जमीन पर उतार दूंगा.
योजनाओं की राशि गरीबों तक पहुंचे, इस पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है. मैं गरीबी में पैदा हुआ और गरीबी में ही पला-बढ़ा हूं. गरीबों का दर्द मेरे खून में है. गरीबों की समस्याओं से कोई समझौता नहीं करूंगा.
गरीबों की बात की तो पड़ने लगा दबाव
श्री मांझी ने कहा कि सात फरवरी से 19 फरवरी के बीच ही मुङो मुख्यमंत्री के रूप में सही रूप से काम करने का अवसर मिला. इस दौरान न तो मैं दबाव में था और न भय में था. मैंने स्वतंत्र रूप से काम किया और गरीबों के हित के निर्णय की बात जब हमने किया तो मुझ पर दबाव पड़ने लगा. न्यायमित्र, शिक्षक, प्रशासक का यह प्रथम कर्तव्य है कि वह गरीबों की सुधा की भूख को शांत करने का प्रयास करे. पूर्व मंत्री डॉ महाचंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि जीतन मांझी सरकार द्वारा लिये गये कैबिनेट के फैसले गरीबों के हित में थे.
लिपिक संघ हॉल में मूर्ति का अनावरण
संबोधन के बाद पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने जिला लिपिक संघ के हॉल में मदन मोहन कुमार की मूर्ति का अनावरण किया. अनावरण के समय सचिव निरंजन कुमार, युगल किशोर, जनार्दन प्रसाद समेत सैकड़ों अधिवक्ता-लिपिक मौजूद रहे. सभा की अध्यक्षता अधिवक्ता केबी गुप्ता ने, जबकि मंच संचालन अधिवक्ता शैलेश कुमार सिंह ने किया. इस दौरान पूर्व विधान पार्षद सह अधिवक्ता रमेश सिंह, डीबीए के सचिव अरविंद कुमार सिंह, अध्यक्ष विजय कुमार हिंमाशु, पूर्व सचिव अशोक कुमार यादव समेत सैकड़ों अधिवक्ता मौजूद रहे.
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