पटना: रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर एक छात्र से सात लाख रुपये ठगनेवाले दो शातिरों को पुलिस ने सोमवार की शाम कोतवाली थाने के डाकबंगला चौराहे के समीप से गिरफ्तार कर लिया. पकड़ा गया ठग अजय कुमार ठाकुर छपरा व अभय कुमार सिन्हा सुपौल का रहनेवाला है. इनके पास से पुलिस ने रेलवे के फर्जी नियुक्तिपत्र, कई बैंकों के एटीएम कार्ड व चेक बुक सहित अन्य कागजात बरामद किये हैं.
छपरा का रहनेवाला है वरुण
पुलिस ने बताया कि छात्र वरुण कुमार मिश्र छपरा के मढ़ौरा का रहनेवाला है. अजय भी उसी के गांव का रहनेवाला है. दोनों में काफी जान-पहचान थी. वरुण ने पिछले साल रेलवे में टीटीइ की नौकरी लगाने के लिए अजय को सात लाख रुपये दिये थे. रुपये लेने के बाद इसी साल पहली जनवरी को अजय ने फर्जी नियुक्तिपत्र व आइकार्ड वरुण को देकर हाजीपुर स्थित पूर्व-मध्य रेलवे कार्यालय में ज्वाइन करने के लिए भेजा था. नियुक्तिपत्र में लिखा था कि वह 12 जनवरी से छह फरवरी तक ज्वाइन कर सकता है. नियुक्तिपत्र लेकर जब वरुण हाजीपुर स्थित रेलवे कार्यालय पहुंचा, तो वहां के अधिकारियों ने देखते ही नियुक्तिपत्र को फर्जी करार दे दिया. वहां से लौटने के बाद वरुण ने जब अजय से मोबाइल फोन पर संपर्क किया तो वह टालमटोल करने लगा.
आठ लाख रुपये दे दो
इसी साल 16 अप्रैल को वरुण ने फिर अजय से संपर्क किया, तो उसने बताया कि टीटीइ की रेट बढ़ गया है. अब 15 लाख रुपये लगेंगे. बाकी के आठ लाख रुपये दे दो, तो फिर से ज्वाइनिंग हो जायेगी. वरुण ने कहा कि उसके पास इतने पैसे नहीं है, तो अजय ने कहा कि दो-तीन ग्राहकों को लाकर दो तो तुम्हारा पैसा वापस कर दिया जायेगा. सोमवार की शाम वरुण ने अजय को डाकबंगला चौराहे पर बुलाया और कहा कि उसके साथ तीन ग्राहक भी हैं. अजय अपने दोस्त अभय को रेलवे अधिकारी बना कर डाकबंगला चौराहे पर लाया था. इस बीच वरुण ने सारी घटना की जानकारी एसएसपी मनु महाराज को दे दी थी.
पुलिस ने वहां जाल बिछा रखा था. अजय अपने दोस्त अभय के साथ जैसे ही डाक बंगला चौराहे पर पहुंचा, पुलिस उसे अपने गिरफ्त में ले लिया. पुलिस का कहना है कि अजय के बारे में छानबीन की जा रही है. इस ठगी में रेलवे के भी कई अधिकारियों के शामिल होने का शक है. कोतवाली डीएसपी ममता कल्याणी ने बताया कि दोनों शातिरों के ठगी के रिकॉर्ड को पुलिस छानबीन कर रही है.