23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

इस्तीफा देना व सत्ता हथियाना नीतीश की पुरानी आदत : मोदी

पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा है कि नैतिकता के नाम पर इस्तीफा देना और फिर मौका देख सत्ता हासिल करना नीतीश कुमार की पुरानी आदत है. जीतन राम मांझी को जब उन्होंने सीएम बनाया,तब यह प्रचारित किया गया कि महादलित को सम्मान देने के लिए उन्होंने कुरसी छोड़ी है. जब तक मांझी रिमोट […]

पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा है कि नैतिकता के नाम पर इस्तीफा देना और फिर मौका देख सत्ता हासिल करना नीतीश कुमार की पुरानी आदत है. जीतन राम मांझी को जब उन्होंने सीएम बनाया,तब यह प्रचारित किया गया कि महादलित को सम्मान देने के लिए उन्होंने कुरसी छोड़ी है.

जब तक मांझी रिमोट से संचालित होते रहें, तब-तक नीतीश कुमार को महादलितों का सम्मान सुरक्षित लगा, मगर ज्योंहि एक महादलित मुख्यमंत्री स्वतंत्र निर्णय लेने लगा. नीतीश कुमार को मिरची लगने लगी. दरअसल में नीतीश कुमार कुरसी के बिना रह ही नहीं सकते.

उन्होंने कहा है कि जदयू की आपसी लड़ाई और पार्टी के अंदर के सत्ता संघर्ष का ठिकरा नीतीश कुमार भाजपा के सिर फोड़ रहे हैं. नीतीश कुमार का सुशासन तो उसी दिन समाप्त हो गया, जिस दिन उन्होंने भाजपा से गंठबंधन तोड़ कर कांग्रेस से हाथ मिला लिया. निजी महत्वाकांक्षा और जोड़-तोड़ से सरकार चलाने की जुगत में ही उन्होंने बिहार में राजनीतिक अस्थिरता की स्थिति उत्पन्न कर दी. नीतीश कुमार दावा कर रहे हैं कि संपर्क यात्र के दौरान ही उन्हें फीड बैक मिला था कि मांझी सब गड़बड़ कर रहे हैं. संपर्क यात्र के दौरान वह नरेंद्र मोदी और कें द्र सरकार को ही क्यों कोसते रहें?

नीतीश शुरू से ही हॉर्स ट्रेडिंग में माहिर : मंगल
भाजपा 20 फरवरी को विधानसभा के फ्लोर पर अपना पत्ता खोलेगी. भाजपा किसका समर्थन करेगी और किसका विरोध. यह उसी दिन पता चलेगा. उक्त बातें गुरुवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहीं. वह पार्टी मुख्यालय में जानकारी दे रहे थे. उन्होंने कहा कि बहुमत परीक्षण के दौरान गुप्त प्रक्रिया के तहत वोटिंग होगी. ऐसी हमे सूचना मिली है. क्या भाजपा जीतन राम मांझी का विधान सभा में समर्थन करेगी? उन्होंने कहा कि फैसला पार्टी विधानसभा के फ्लोर पर ही करेगी. बिहार में जीतन राम मांझी भी जदयू के ही नेता हैं. जदयू के कुछ लोग कह रहे हैं कि उन्हें जदयू से निकाल दिया गया है. नीतीश कुमार द्वारा भाजपा पर हॉर्स ट्रेडिंग करने का आरोप लगाये जाने पर उन्होंने कहा कि वह तो खुद इसके मास्टर हैं. 2010 में उन्होंने लोजपा के दो विधायकों को तोड़ा,भाजपा के दो और राजद के विधायकों की भी मिस लीड कराया. उन्होंने नीतीश कुमार से पूछा है कि भाजपा ने दूसरे दल के किस विधायक को तोड़ा है? विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी पर आरोप लगाया कि वह जदयू कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे हैं. नीतीश कुमार के इशारे पर उन्होंने राजद को विधानमंडल दल की मान्यता दी थी. उसे लोग नहीं भूले हैं. दबाव पड़ा,तो उन्होंने निर्णय वापस लिया. जदयू विधान मंडल दल के नेता के रूप में नीतीश कुमार को मान्यता दी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें