पटना: श्रीकृष्णापुरी थाने के राजापुर-मैनपुरा के राजकीय मध्य विद्यालय के गेट के सामने आपसी दुश्मनी में अपराधियों ने बिरजू हत्याकांड के आरोपित संतोष सिंह उर्फ संजीव को दिनदहाड़े भीड़भाड़ वाले स्थान पर गोलियों से भून दिया. छह की संख्या में रहे अपराधियों ने संतोष को आठ गोलियां मारीं और बम पटक कर दहशत फैलाते हुए फरार हो गये.
अपराधी हाथ में पिस्टल लहराते हुए राजकीय मध्य विद्यालय की बाउंड्री से सटी संकरी गली में प्रवेश कर गये और कुछ दूर तक हवाई फायरिंग भी करते रहे. अचानक हुई इस घटना के बाद सड़क पर अफरातफरी मच गयी. दुकानों के शटर तड़ातड़ बंद होने लगे. वे सब वारदात कर आसानी से निकल भागे.
इधर घायल संतोष को खून से लथपथ स्थिति में पीएमसीएच ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना की जानकारी मिलते ही सिटी एसपी (मध्य) चंदन कुशवाहा, विधि व्यवस्था डीएसपी ममता कल्याणी, बुद्धा कॉलोनी थानाध्यक्ष मुकेश चंद्र कुमर, श्रीकृष्णापुरी थानाध्यक्ष आइसी विधा सागर, शास्त्री नगर थानाध्यक्ष रमेश प्रसाद सिंह तुरंत ही दल-बल के साथ पहुंच गये. घटना के विरोध में लोगों ने हंगामा करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस सही समय पर पहुंच चुकी थी, इससे स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया.
अप्रिय स्थिति से निबटने के लिए वज्रवाहन व अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी थी. एसएसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि इस संबंध में मृतक के चाचा अखिलेश्वर सिंह के बयान पर श्रीकृष्णापुरी थाने में तीन नामजद के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इनमें गिरीश सिंह, गुड्डू सिंह व दुर्गेश के नाम शामिल हैं. मामला जमीन विवाद का बताया जा रहा है. हालांकि अन्य बिंदुओं पर भी जांच की जा रही है.
काम हो गया, कह कर भागे अपराधी
संतोष सिंह राजापुर-मैनपुरा का मूल निवासी है. वह अपने घर से अपाची बाइक (संख्या बीआर 1 ए ई 2591) से सुबह नौ बजे निकला व विद्यालय पहुंचा. वहां आधार कार्ड बन रहा था. उसने बाइक उसके गेट पर लगा दी थी. इसके बाद वह अपने मित्र रिकी के साथ कार (वैगन आर) से कहीं निकला और फिर वहां से अपना घर चला गया. संतोष फिर अपनी दूसरी बाइक इंटाइशर (बीआर 01 बी क्यू 3376) से विद्यालय पहुंचा. बाइक को बाहर में ही लगा दिया. वहां से वह जैसे ही करीब 11 बजे दिन में विद्यालय से बाहर निकला, वैसे ही पहले से ही गेट पर घात लगाये छह अपराधियों ने उस पर नाइन एमएम पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. वह खून से लथपथ होकर गिर पड़ा. प्रत्यक्षदर्शियों में शामिल चिंटू सिंह व पुतुल पांडे ने बताया कि बदमाश गली से यह कहते हुए निकले कि काम हो गया. भागने के दौरान हवाई फायरिंग भी की. हालांकि उन दोनों ने पहचानने से इनकार कर दिया.
भूमि विवाद या पैसे का मामला
सूत्रों के अनुसार घटना के कारणों के संबंध में फिलहाल पुलिस के सामने तसवीर साफ नहीं है. घटना को जमीनी विवाद से जोड़ कर देखा जा रहा है, तो पैसा बकाया को लेकर भी मामला सामने आ रहा है. बोरिंग केनाल रोड में एक जमीन को लेकर संतोष सिंह का गिरीश सिंह व गुड्डु सिंह आदि से विवाद चल रहा था. सात माह पहले मामला थाना पहुंचा था. इसके साथ ही इसकी दुश्मनी फरार अपराधी दुर्गेश शर्मा से भी थी. दुर्गेश फर्जी दस्तावेज पर जमानत लेकर फरार होने में सफल रहा था. इसके साथ ही शंकर राय भी संताष से खफा था, क्योंकि शंकर राय का आरोप था कि संतोष ने उसके हिस्से की लाखों की राशि पचा ली थी. यह राशि उसने बिरजू राय से ली थी. इस बिंदु पर भी पुलिस की नजर है.
शिक्षा समिति अध्यक्ष रह चुका था संतोष
राजापुर मैनपुरा में स्थित विद्यालय में संतोष शिक्षा समिति के अध्यक्ष पद पर रह चुका था. वह वर्ष 2013 में 20 मार्च को हुए अपराधी बिरजू राय हत्याकांड का मुख्य आरोपित भी रहा था. इस हत्याकांड में संतोष, उसका भाई रंतोष व कुख्यात अपराधी शंकर राय को अभियुक्त बनाया गया था. ये सभी वर्ष 2013 के सितंबर माह में जेल गये थे और करीब एक साल रहने के बाद जमानत पर छूटे थे. शंकर राय अभी दो माह पहले ही जेल से छूटा था.
खंगाले जा रहे हैं वीडियो फुटेज : जिस स्थान पर घटना हुई है, वहां आइसीआइसीआइ व बैंक ऑफ इंडिया की एटीएम हैं. उन दोनों ही एटीएम के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं. कैमरों की जांच में संतोष के इंटाइशर से उतरते हुए तसवीर आयी है. कुछ लोगों को भी चिह्न्ति किया गया है, जिनकी पहचान संतोष के भाई रंतोष से करायी जायेगी. जिस समय वारदात हुई, उस समय रंतोष मसौढ़ी में था. वह फिलहाल एक निजी कंपनी में काम करता है.