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हत्या का गवाह है कुंदन का भाई, चंद घंटे में अपहृत मिला

पटना: पुनाईचक सब्जी मंडी से लौट रहे हॉस्टल संचालक कुंदन कुमार के अपहरण के मामले का पटाक्षेप हो चुका है. शुक्रवार की रात फॉचरूनर गाड़ी से उसका अपहरण हुआ था. तुरंत मिली सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी की, तो पुनाईचक रेलवे लाइन के पास पांच में से दो अपहर्ता पकड़े गये, जबकि तीन फरार हो […]

पटना: पुनाईचक सब्जी मंडी से लौट रहे हॉस्टल संचालक कुंदन कुमार के अपहरण के मामले का पटाक्षेप हो चुका है. शुक्रवार की रात फॉचरूनर गाड़ी से उसका अपहरण हुआ था. तुरंत मिली सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी की, तो पुनाईचक रेलवे लाइन के पास पांच में से दो अपहर्ता पकड़े गये, जबकि तीन फरार हो गये. इस दौरान कुंदन भी भाग गया था, लेकिन उसका मोबाइल जमीन पर गिरने से बंद हो गया था. रात 11 बजे जब उसका मोबाइल खुला, तो शास्त्री नगर पुलिस ने उससे संपर्क किया. इसके बाद वह थाने पहुंचा. कुंदन ने पुलिस को बताया कि अपहर्ता मोनू पर हत्या का मामला दर्ज है.

वह जमानत पर जेल से छूटा है. इस हत्याकांड में कुंदन का भाई चश्मदीद गवाह है. भाई से कोर्ट में बयान बदलने का दबाव बनाने के लिए उसका अपहरण किया गया था. शनिवार को सिटी एसपी मध्य शिवदीप लांडे ने बताया कि शुक्रवार की रात आठ-साढ़े आठ बजे के बीच कुंदन मंडी से सब्जी खरीद कर घर आ रहा था. इस दौरान मंडी के पास खड़ी फॉचरूनर गाड़ी संख्या बीआर-01 बीएफ 0923 में सवार मोनू उसका दोस्त संतोष उर्फ सोनू तथा तीन अन्य ने कुंदन को पकड़ लिया और खींच कर गाड़ी में बैठा लिया.

इस दौरान उसे लात-घुसे से मारा गया. उन्होंने बताया कि दोनों में विवाद को लेकर 12 जनवरी, 2014 को गांधी नगर स्थित कस्तूरबा पथ में निशु के घर के नीचे वैशाली निवासी रोहित की मोनू ने गोली मार कर हत्या कर दी थी. इस मामले में वह जेल गया था. इस हत्या के मामले में कुंदन का भाई रंजन कुमार चश्मदीद गवाह है. अब जेल से जमानत पर छूटने क बाद मोनू बयान बदलवाने के लिए कुंदन पर दबाव बनाता था. उन्होंने बताया कि इसे लेकर कुंदन का अपहरण कर लिया गया था.
लेन-देन को लेकर बढ़ा था विवाद
जानकारी के अनुसार कुंदन पुनाईचक में रहता है और शारदा सिन्हा का मकान रेंट पर लेकर शारदा ब्वायज के नाम से हॉस्टल चलाता है. उसके पड़ोस में रहनेवाला मोनू साई गल्र्स के नाम से गल्र्स हॉस्टल चलाता है. मोनू ने जब हॉस्टल खोला था, तो कुंदन ने उसे आर्थिक मदद दी थी. उसने मोनू के मकान मालिक को 1.55 लाख रुपये किराये के रूप में दिये थे. कुंदन ने 25 हजार रुपये का चेक भी मोनू के मकान मालिक को दिया था और खाते में पैसा डालने के लिए कहा था. कुंदन का आरोप है कि मोनू ने पैसे खाते में नहीं डाले, इसलिए चेक बाउंस कर गया. इस पर मोनू के मकान मालिक ने कुंदन पर एफआइआर दर्ज कराया था. बाद में कुंदन को 25 हजार रुपये भरना पड़ा. इसी पैसे के लेने-देन को लेकर दोनों में विवाद चल रहा था.
गाड़ी में पीछे बैठा कर घुमाता रहा
कुंदन ने बताया कि उसका अपहरण करने के बाद गाड़ी में सवार अपहर्ता उसे आर ब्लॉक स्थित वाइन शॉप पर ले गये. वहां शराब व बीयर खरीदा. उसे इनकम टैक्स, बसावन पार्क, पुनाईचक भी ले गये. इस बीच पुलिस को अपहरण की सूचना मिल गयी थी. सिटी एसपी के निर्देश पर शहर की नाके बंदी करके गाड़ी की तलाश की जा रही थी. इस दौरान पुलिस की गाड़ी आते देख तीन सहयोगी फरार हो गये और कुंदन भी भाग निकला, जबकि मोनू व सोनू को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने दोनों नामजद तथा तीन अज्ञात के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज किया है. गिरफ्तार दोनों आरोपितों को जेल भेज दिया गया है.

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