पटना: पटना सदर प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय की बिजली 12 दिनों से गुल है. इससे नाराज काउंटर कर्मियों ने सोमवार को काम-काज बंद रखा, जिससे लोक सेवा का अधिकार (आरटीपीएस) से जुड़े काउंटर पर न तो एक भी आवेदन जमा हुआ, न ही कोई प्रमाणपत्र ही मिल सका.
जानकारी के मुताबिक पेसू ने साढ़े सात लाख रुपये का बिजली बिल बकाया होने की वजह से 18 जुलाई को कार्यालय की बिजली काट दी थी. उसके बाद से अब तक दो जेनेरेटरों के सहारे किसी तरह काम चल रहा था. इसमें वोल्टेज के अप-डाउन होने से शनिवार को दो कंप्यूटर खराब हो गये व एक काउंटर जल गया.
कार्यपालक सहायकों का कहना है कि उनको मात्र सात हजार रुपये मानदेय मिलता है. उपकरण खराब होने पर उसकी मरम्मत के लिए राशि भी नहीं मिलती. ऐसे में जेनेरेटर से काम करना मुमकिन नहीं है.