कलात्मक वस्तुओं के निर्माण के लिए युवकों को प्रशिक्षित भी किया जायेगा. गुजरात वाइब्रेंट में बिहार में बनी बांस की कलात्मक वस्तुओं को सर्वाधिक लोकप्रियता मिलने के बाद उद्योग विभाग सक्रिय हुआ है.
मधेपुरा और नवादा में बैंबू कलस्टर का प्रस्ताव दो वर्षो से विभाग में पेंडिंग था. उद्योग विभाग दोनों जिलों में बांस की कलात्मक वस्तुओं के निर्माण के लिए उद्योग खोलनेवालों को भूमि भी उपलब्ध करायेगा. मधेपुरा के राजगंज,बिहारीगंज और मुरलीगंज में बांस की कलात्मक वस्तुओं के निर्माण के उद्योग खुलेंगे,जबकि नवादा के तुरिया टोली में बंबू कलस्टर का प्रस्ताव है. दोनों जिलों में प्रशिक्षण भवन बनेंगे, जिन पर 42 लाख रुपये खर्च होंगे. यहां युवकों को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जायेगा. दोनों जिलों में बांस के स्टैंड,कुरसी,चटाई व गुलदस्ता समेत कलात्मक डलिया व पंखे तैयार करने की ट्रेनिंग दी जायेगी.