पटना: मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने युवाओं का आह्वान किया है कि वे अपनी संस्कृति को नहीं भूलें और पाश्चात्य संस्कृति की चकाचौंध से बचें. गायत्री शक्तिपीठ, कंकड़बाग द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने भारतीय संस्कृति का ध्वजा फहराने का काम किया. आज उन्हीं […]
पटना: मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने युवाओं का आह्वान किया है कि वे अपनी संस्कृति को नहीं भूलें और पाश्चात्य संस्कृति की चकाचौंध से बचें. गायत्री शक्तिपीठ, कंकड़बाग द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने भारतीय संस्कृति का ध्वजा फहराने का काम किया. आज उन्हीं के देश में लोग पाश्चात्य संस्कृति को अपना रहे हैं. मांझी ने कहा कि मुङो अपने अध्ययन का मौका नहीं मिला, लेकिन अनुभव है.
70 वसंत ङोलते हुए उत्थान व पतन देखा है. धर्म ग्रंथ की बात को विदेश के लोग अपना रहे हैं, लेकिन हम छोड़ रहे हैं. रामायण पर रूस में शोध रहा है. संस्कृत भाषा बोलनेवाले अब गिने-चुने लोग हैं, जबकि जर्मनी में संस्कृत भाषा के बहुत सारे तत्व पर शोध हो रहा है. वहां संस्कृत भाषा में विशेषज्ञ बन रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों को संस्कार देने का काम गायत्री परिवार कर रहा है.
उनका यह योगदान सराहनीय है. गायत्री परिवार के विचारों को आत्मसात करने की जरूरत है. झुग्गी-झोंपड़ी में रहनेवाले बच्चों को शिक्षा देने का काम हो रहा है. इसके लिए हम गायत्री परिवार को नमन करते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि गायत्री परिवार के मार्ग में आनेवाली बाधा को दूर करने का यथासंभव प्रयास करेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी तंत्र की कमी के कारण सरकारी स्कूलों में बच्चों को सही शिक्षा नहीं मिल रही है. गांव के स्कूल में बच्चे के जाने पर लोग हंसते हैं. प्राइवेट स्कूल में बच्चे को पढ़ाना शान समझा जाता है. अंगरेजी व अंगरेजियत को बढ़ाने का काम हो रहा है.
गंदगी को साफ करनेवाला पवित्र : उन्होंने कहा कि गंदगी को साफ करनेवाले को सबसे पवित्र मानते हैं. आयोजक के यह कहने पर कि बाल संस्कारशाला में पढ़नेवाले बच्चे पहले बरतन, सड़क, गंदगी साफ करने का काम करते थे. मुख्यमंत्री ने संचालक द्वारा नीच शब्द का उद्बोधन किये जाने पर आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा कि इस शब्द से उनकी भावना को ठेस पहुंची है. गंदगी को साफ करनेवाला अद्वितीय भगवान है. गलत काम करनेवाला प्लेन में घूमता है. सही काम करनेवाले को रोजी-रोटी के लिए तरसना पड़ता है. उन्होंने कहा कि बेटियों पर अत्याचार हो रहा है. सरस्वती, दुर्गा, काली, लक्ष्मी भी बेटी थीं. उन्होंने छात्रओं से किताबी अध्ययन हासिल करने के साथ अत्याचारियों से मुकाबला करने की भी बात कही. खाद्य व उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्याम रजक ने कहा कि पूरे विश्व में स्वामी विवेकानंद के वचन प्रासंगिक हैं. उनके विचार व संकल्प को अपनाने की जरूरत है.
उन्होंने जाति-धर्म से ऊपर उठ कर राष्ट्र को महत्वपूर्ण माना था. आज पूंजीवादी व्यवस्था के खिलाफ युवाओं को उठना होगा. कार्यक्रम में बच्चों ने गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया, जिसे लोगों ने सराहा. मौके पर प्रज्ञा युवा प्रकोष्ठ के संचालक मनीष ने भी विचार रखे. संचालन सत्येंद्र नारायण राय ने किया.