पटना: जमीनों के हेरफेर में खूब खेल चला. आर्थिक अपराध इकाई- इओयू ने आय से अधिक संपत्ति अजिर्त करने की आरोपी अभियुक्त भागलपुर की एडीएम जयश्री ठाकुर व उनके भाई जयशंकर ठाकुर द्वारा जमीनों के हेरफेर कर करोड़ों रुपये अजिर्त करने की जांच की है. इओयू सूत्रों के अनुसार फरवरी 2009 से जून 20013 के बीच बांका में जिला भू अजर्न पदाधिकारी थी. मौजा सिराय बौंसी में तकनीकी संस्थान व औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार के द्वारा भूमि का अधिग्रहण किया गया था.
इस दौरान अधिग्रहण किये गये भूमि में 14.50 एकड़ पैतृक भूमि, जो जयश्री ठाकुर के स्वयं व माता-पिता के नाम था, उसका भी अधिग्रहण किया गया था. इस अधिग्रहण के बाद भूमि की बढ़ी कीमत के अनुसार लगभग 14 करोड़ रुपये की आय जयश्री ठाकुर को हुई थी. इसी के बाद वर्ष 2013 में जनवरी व फरवरी में दोनों भाई-बहनों ने मिल कर अलग-अलग जमीन खरीदें. दोनों ने 31 जनवरी व 12 फरवरी को जमीन की खरीद की . करीब आठ एकड़ भूमि जयश्री ठाकुर ने खरीदा तो उनके भाई जयशंकर ठाकुर ने भी लगभग 10 एकड़ भूमि की खरीद की.
दोनों के द्वारा खरीदी गयी जमीन की कीमत सरकार द्वारा निर्धारित दर से कम कर के दिखायी गयी. फिर दोनों की भूमि को अधिग्रहण के तहत शामिल कर दिया गया. अधिग्रहण के बाद जयश्री ठाकुर ने 7.32 करोड़ रुपये व उनके भाई ने लगभग 9 करोड़ रुपये अजिर्त किये. आर्थिक अपराध इकाई द्वारा जमीनों के हेरफेर के पूरे मामले को अनुसंधान के दायरे में ले कर जांच कर रही है. इसके साथ ही जितनी भी जमीनों का जयश्री ठाकुर के कार्यकाल में अधिग्रहण किया गया है, उन्हें भी जांच के दायरे में लाया गया है.