पटना: लोकसभा व विधानसभा चुनाव में पार्टी के बेहतर प्रदर्शन के लिए जदयू जल्द अभियान चलायेगा. जिला से प्रखंड, पंचायत व बूथ स्तर तक पार्टी को मजबूत करने के लिए पार्टी ने रोड मैप बनाया है. जदयू सरकार में सोमवार को पहली बार आयोजित ‘कार्यकर्ता दरबार में मंत्रिपरिषद कार्यक्रम’ में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीमांचल के आठ लोकसभा क्षेत्र के सांगठनिक विस्तार की रणनीति के मुद्दे पर नेताओं के साथ लगभग तीन घंटे तक चर्चा की. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि महीने के हर चौथे सोमवार को लोकसभा क्षेत्रों में कार्यकर्ता दरबार होगा.
हर बूथ पर 10 यूथ
मुख्यमंत्री ने भाजपा से अलग होने के बाद बिहार में बनी जदयू सरकार में पार्टी नेताओं की भूमिका को अहम बताया. उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा व वर्ष 2015 में होनेवाला विधानसभा चुनाव बिहार की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण घटनाक्रम हैं. दोनों चुनावों में पार्टी का प्रदर्शन बेहतर हो, इसके लिए यह जरूरी है कि पार्टी को जिला से लेकर प्रखंड व पंचायत स्तर तक मजबूत किया जाये. बूथ स्तर पर काम हो. हर बूथ पर कम–से–कम 10 यूथ सुनिश्चित हों, ताकि चुनाव में जदयू के पक्ष में वोट करनेवाले मतदाताओं को परेशानी न हो. पार्टी के हर कार्यकर्ता को अपनी भूमिका निभानी होगी. कार्यकर्ताओं की मांग पर सीएम ने सभी संगठन प्रभारियों को लोकसभा चुनाव होने तक जिलों में ही रहने के लिए कहा. विधानसभावार कार्यकर्ता सम्मेलन के लिए बनी मंत्रियों, सांसद, विधायक व प्रदेश स्तरीय नेताओं की छह टीमों को अगस्त महीने से बुधवार से रविवार के बीच दौरा करने का निर्देश दिया.
पहले चरण में ये टीमें 17 से 22 जुलाई तक 53 विधानसभा क्षेत्रों में कार्यकर्ता सम्मेलन कर चुकी हैं. शेष 190 विधानसभाओं में कार्यकर्ता सम्मेलन अगस्त महीने तक पूरी होने की उम्मीद है. दौरा करने के क्रम में इन टीमों के साथ मुख्यमंत्री बीच–बीच में बैठक भी करेंगे. बैठक में सांसद आरसीपी सिंह, बैद्यनाथ महतो, साबिर अली, विश्वमोहन कुमार व अजरुन राय, मंत्री विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, रेणु कुशवाहा, डॉ भीम सिंह, पीके शाही, नीतीश मिश्र, अवधेश प्रसाद कुशवाहा, दामोदर रावत, शाहिद अली खां, गौतम सिंह व नरेंद्र सिंह, पूर्व विप सदस्य संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी, प्रवक्ता संजय सिंह व राजीव रंजन प्रसाद, महासचिव डॉ नवीन कुमार आर्य, लोक प्रकाश सिंह, सेवा दल के प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार तथा आठ लोकसभा एवं विधानसभा क्षेत्र के विधायक व सांसद, पार्टी के पूर्व प्रत्याशी, संबंधित जिलों से जुड़े जिलाध्यक्ष, प्रखंड अध्यक्ष व प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी थे. वहीं श्याम रजक, वृशिण पटेल, परवीन अमानुल्लाह व नरेंद्र नारायण यादव नहीं थे.