उन्होंने कहा कि सोमवार की रात पटना-रांची राजमार्ग पर 15 से 20 सशस्त्र अपराधियों ने दर्जनों वाहनों से लाखों की लूट-पाट की. तीन दिन पहले छपरा-टाटा एक्सप्रेस में लूटपाट की बड़ी घटना हुई. पिछले 10 दिनों में पटना-किऊल-झाझा और सीवान-गोरखपुर सेक्सन में ट्रेन-डकैती और लूट-पाट की आधा दर्जन घटनाएं घटी हैं. रोड व ट्रेनों में लूटपाट और डकैती की बढ़ी घटनाओं से यात्रियों में दहशत है.
इस दौरान विरोध करने वाले राहगीरों से मारपीट भी की गयी. इसके पूर्व 25 दिसंबर को बीकानेर से समस्तीपुर जा रहे ट्रक चालक को मुजफ्फरपुर के पानापुर में लुटेरों ने लूट लिया. 23 दिसंबर को मोकामा के पास एक ट्रक को रोक कर उसके चालक और खलासी के साथ मारपीट की गयी और डेढ़ लाख रुपये लूट लिये गये. उन्होंने कहा है कि जब सूबे में गंठबंधन की सरकार थी. लोग निर्भीक हो कर देर रात तक हाइ वे पर यात्र करते थे, लेकिन आज हालात ऐसे हो गये हैं कि कहीं कोई गश्ती नहीं हो रही. अपराधी व लुटेरे बेलगाम हैं. मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी कह रहे हैं कि वह तो केवल बैंटिंग कर रहे हैं, कैप्टन तो नीतीश कमार हैं.