पटना: बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के पटना स्थित आवास पर आम जनता से मिलने के लिए आयोजित ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम’ में सोमवार की सुबह एक युवक ने उनकी ओर अपना जूता उछाल दिया. हालांकि,जूता कुरसी कीबायीं ओर आकर गिरा और मुख्यमंत्री बाल-बाल बच गये.
युवक ने मुख्यमंत्री के सामने यह भी कहा कि अगर मेरे खिलाफ दर्ज झूठे मुकदमों को पुलिस वापस नहीं लेती है, तो मैं या तो अपनी जान दे दूंगा या फिर आतंकी या नक्सली बन जाऊंगा.
वहां तैनात पुलिसकर्मी तत्काल उस युवक को अपने काबू में करके मुख्यमंत्री आवास से बाहर ले गये. युवक की पहचान अमृतेश के रूप में की है, जो छपरा का रहनेवाला है. एसएसपी जीतेंद्र सिंह राणा ने मौके पर बताया कि उस युवक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है. युवक को पुलिस सचिवालय थाने ले गयी है .
सीएम के सिक्यूरिटी चीफ ने उसके खिलाफ सचिवालय थाने में एफआइआर दर्ज करायी. बाद में मुख्यमंत्री ने स्वयं संवाददाताओं को बताया कि सुबह करीब 12 बजे यह युवक मुख्यमंत्री को अपना ज्ञापन सौंपने के लिए पंक्ति में खड़ा होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहा था. मेरे करीब पहुंचते ही वह जोर-जोर से बोलने लगा. उसका कहना था कि मुङो छपरा पुलिस ने झूठे मुकदमों में फंसा कर मेरा जीवन बरबाद कर दिया है. मुकदमों के कारण मुङो न तो नौकरी मिल रही है और न ही समाज में मेरी कोई इज्जत बची है. इसी बीच उसने अपने बायें पांव का जूता उतार कर उछाल दिया, जो बायीं ओर आकर गिरा.