पटना: कार्यालयों में भी कुछ इसी तरह बधाइयां लोग एक-दूसरे को देते दिखे. गुरुवार के दिन हर तरफ न्यू इयर की खुमारी लोगों पर छायी रही. कुछ इसी तरह का नजारा सभी कार्यालयों में भी रहा. न्यू इयर पर कार्यालय भले ही खुले रहे, लेकिन लोगों में नव वर्ष की खुमारी छायी रही. इससे ज्यादातर कार्यालयों में उपस्थिति न के बराबर रही. कर्मचारी आये भी तो बस कुछ जरूरी फाइलों का ही निबटारा करके ही चले गये.
मात्र हुई चार रजिस्ट्री : निबंधन कार्यालय में मात्र चार रजिस्ट्री हुई. प्रति दिन 200-250 की संख्या में होनेवाले जमीन व फ्लैट की रजिस्ट्री कार्यालय सुना रहा. लोग फेस्टिव मूड में दिखे. कार्यालय तो खुले, लेकिन कर्मचारियों की उपस्थिति न के बराबर रही. कुछ आये भी, तो 12 बजे तक काम निबटा कर चले गये. निबंधन विभाग में कर्मचारियों की संख्या कम रही. एक-दो कर्मचारी ही नजर आये, वे भी आधी-अधूरी फाइलों का निबटारा कर चले गये.
नहीं दिखे कोई कर्मचारी : कंप्यूटर रूम पूरी तरह से खाली दिखा. जहां प्रतिदिन कर्मचारियों को खाने तक का समय नहीं मिलता था. कुरसियां खाली थीं. रेकॉर्ड रूम भी खाली रहा. एक-दो लेखापाल अपनी बची फाइलों का निबटारा करते दिखे.
परिसर में छाया रहा सन्नाटा : रोजाना की तरह चाय,भूंजा, लिट्टी-चाट आदि की दुकानें भी नहीं सजी थीं. इससे परिसर में सन्नाटा पसरा रहा. कर्मचारी भी बाहर कुरसियों पर बैठ गुनगुनी धूप का आनंद लेते दिखे. कातिबों की गैलरियां खाली रहीं. वहीं, हाल जिला शिक्षा कार्यालय का रहा. कार्यालय में कर्मचारी आये भी, तो आधे समय से चले गये. वहीं बिहार राज्य महिला आयोग तो खुले, लेकिन न तो सदस्य ही आयी और न ही अध्यक्ष. आवेदन देने व लेनेवाले कर्मी आये. कर्मियों के अनुसार एक दो आवेदन ही आये है. दिन भर आवेदिकाओं से भरे परिसर सुना पड़ा रहा.