पटना: विधानसभा सत्र में सरकार को अपनी मांग बताने के लिए कई संगठन आंदोलन में जुट गये हैं. सत्र के तीसरे दिन भी विभिन्न संगठनों के आंदोलन का क्रम जारी रहा. मंगलवार को बिहार राज्य नियोजित शिक्षक संघर्ष मोरचा, बिहार राज्य सांख्यिकी स्वयंसेवक संघ और वित्त रहित शिक्षा संयुक्त मोरचा की ओर से विभिन्न मांगों को लेकर विधानसभा घेराव किया. हालांकि, तीसरे दिन भी किसी संगठन को विधानसभा तक जाने नहीं दिया गया.
पटना जिला पुलिस और प्रशासन ने सभी को आर ब्लॉक पर ही रोक लिया. इन संगठनों ने बुधवार को गांधी मैदान से जुलूस निकाला. जुलूस डाक बंगला चौराहा, जीपीओ गोलंबर से होते हुए आर ब्लॉक तक पहुंचा और वहां धरने में तब्दील हो गया. नियोजित शिक्षक संघर्ष मोरचा की ओर से संयोजक प्रदीप कुमार पप्पू और उप संयोजक डा गणोश शंकर पांडे ने बताया कि हमें शक्ति देने के नाम पर सरकार ने धोखा दिया है. अभी सूबे के चार लाख शिक्षक आर्थिक मानसिक और शारीरिक शोषण के शिकार हो रहे हैं.
सरकार ने शिक्षा और शिक्षकों को बदहाल कर दिया है. वेतनमान सहित राज्यकर्मी की सभी सुविधा मिलने तक हम अपना संघर्ष जारी रखेंगे. वहीं सांख्यिकी संघ की ओर से मार्च के बाद शाम में कैंडल मार्च और रात में विधायकों का आवास घेरा गया, वहीं दिन में फिर से विधानसभा तक मार्च किया जायेगा. सांख्यिकी स्वयंसेवक संघ नियमित वेतनमान देने की मांग कर रहा है.
वहीं जीविका संघ राज्यकर्मी का दर्जा और नौकरी 60 वर्ष तक देने की मांग कर रहे है. वित्त रहित शिक्षा संयुक्त मोरचा का कहना है कि इस ठंड में शिक्षक बीमार हो रहे हैं और सरकार को कोई फिक्र नहीं है. इससे मोरचा के सदस्य अलग अलग टोली बना कर विधायकों को भी घेर रहे हैं.
लगातार तीसरे दिन भी शहरवासियों की हुई फजीहत
लगातार तीसरे दिन शहरवासियों की राजधानी की सड़कों पर जम कर फजीहत हुई. विभिन्न संगठनों के रैली व प्रदर्शन के चलते सुबह से लेकर देर शाम तक सड़कों पर जाम लगा रहा. हालत ऐसी रही कि अतिरिक्त संख्या में ट्रैफिक पुलिस बल लगाये जाने के बावजूद लोग घंटों जाम में फंसने को विवश रहे.
सड़कों पर सुबह से ही जाम लगना शुरू हो गया. दोपहर में बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक व नियोजित शिक्षक संघर्ष मोरचा के जुलूस के चलते करीब डेढ़ घंटे तक गांधी मैदान से लेकर डाकबंगला, फ्रेजर रोड, एक्जिविशन रोड, स्टेशन रोड, जीपीओ गोलंबर सहित आस-पास की सड़कों पर भीषण जाम लगा रहा. गाड़ियां जहां-तहां फंसी रही. वहीं सांख्यिकी स्वयंसेवकों के जुलूस से भी दिक्कत हुई. इधर, आर ब्लॉक गेट लगातार तीसरे दिन बंद रहा. 52 घंटे से लगातार गेट बंद रहने से पूर्वी पटना से पश्चिमी भाग में आनेवाले लोगों को भारी परेशानी ङोलनी पड़ रही है. खास कर चार चक्का गाड़ियों को दस मिनट का सफर तय करने में आधे से पौन घंटे तक का समय लग रहा था.