पटना: बिहार बंद के दौरान सोमवार को राजधानी में कई संगठनों ने जुलूस निकाला और प्रदर्शन किया. बिहार राज्य अनुबंध मानदेय नियोजित सेवाकर्मी संयुक्त मोरचा द्वारा अनुबंध पर आधारित नियोजन नीति की समाप्ति और ऐसे तमाम कर्मियों की स्थायी नियुक्ति की मांग को लेकर बंद का आह्वान किया गया था, जिसे कई संगठनों ने समर्थन दिया था.
गांधी मैदान से बंद के समर्थन में जुलूस निकाला गया, जिसमें विशेष पुलिस पदाधिकारी संघ, मिड डे मील कर्मचारी संघ, संविदा अमीन संघ, एक्टू गोप गुट के कर्मी शामिल थे.
भाकपा माले व अन्य वामपंथी दलों के साथ ही बिहार अभियंत्रण सेवा संघ और प्रखंड समन्वयक संघ ने भी समर्थन दिया. जुलूस गांधी मैदान से निकल कर डाकबंगला चौराहा पहुंचा, जहां हजारों लोगों ने सरकारी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया. पुलिस ने यहां कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर कोतवाली थाने में रखा, जिन्हें बाद में रिहा कर दिया गया. मोरचा के अध्यक्ष रणविजय कुमार, महासचिव शिवशंकर प्रसाद व मुख्य संरक्षक रामबली प्रसाद ने बंद को सफल बताते हुए सरकार को संभल जाने की चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि कम राशि में काम लेकर बिहार सरकार कानून विरोधी काम कर रही है. इसे हर हाल में खत्म करना होगा. समान काम करनेवालों को समान वेतन देना होगा. नेताओं ने कहा कि पूरे बिहार में बंद अभूतपूर्व रहा. उन्होंने बिहार के लोगों, भाकपा माले सहित अन्य वामपंथी दलों को धन्यवाद दिया. टीइटी-एसटीइटी संघ के मरकडेय पाठक और सांख्यिकी स्वयंसेवक संघ के मंजय कुमार को भी समर्थन देने के लिए आभार जताया.